-इंटरमीडिएट के बाद स्टूडेंट्स डायरेटक्ट ले सकेंगे एडमिशन, नेशनल कांउसिल ऑफ टीचिंग एजुकेशन की ओर से जारी किया गया नोटिफिकेशन

- दो सिलेबस में बंटा होगा इंटीग्रेटेड बीएड, पहले में क्लास-1 से 5वीं तक और दूसरे सिलेबस में क्लास-6 से 12वीं तक की पढ़ाई होगीइ

KANPUR: टीचर बनने के लिए बीएड या डीएलएड (बीटीसी) प्रोग्राम की जगह अब 2019 से चार साल का इंटीग्रेटेड बीएड प्रोग्राम लेगा। इस प्रोग्राम में इंटरमीडिएट करने के बाद सीधे एडमिशन लिया जा सकेगा। इसके लिए नेशनल काउंसिल ऑफ टीचिंग एजुकेशन (एनसीटीई) की ओर से नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। इस कोर्स में दो तरह के सिलेबस होंगे। पहले स्लेबस में प्राइमरी (क्लास 1 से 5 तक) की टीचिंग को लेकर पढाई होगी। वहीं दूसरे सिलेबस में हायर सेकेंड्री (क्लास-6 से 12 तक)की पढ़ाई होगी। 4 साल के इस कोर्स में कुल 8 सेमेस्टर होंगे। स्टूडेंट को एडमिशन के दौरान ही यह तय करना होगा कि वह कौन से सिलेबस से इंटीग्रेटेड बीएड करेगा।

नहीं बंद होगे बीटीसी व बीएड

एमबीएम इंस्टीटयूट के डायरेक्टर डॉ.एचसी पंत के मुताबिक नए इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स की वजह से वर्तमान में चल रहे बीटीसी व बीएड कोर्स को बंद नहीं किया जाएगा। यह दोनों कोर्स कुछ समय तक चलेंगे। हांलाकि इंटीग्रेटेड बीएड की वजह से इनकी उपयोगिता जरूर कुछ कम होगी। इसके अलावा इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स के लिए इंटरमीडिएट में 50 फीसदी तक अंक लाने की बाध्यता होगी। इस कोर्स में एडमिशन के लिए एंट्रेस का प्रारूप स्टेट गवर्नमेंट को बनाना है।

वर्जन-

एनसीटीई ने इंटीग्रेटेड बीएड प्रोग्राम को मंजूरी दे दी है। चार साल का यह कोर्स 2019 के सेशन से शुरू होगा। 12वीं के बाद ही स्टूडेंट्स इस कोर्स में एडमिशन ले सकेंगे।

- डॉ.एचसी पंत, डायरेक्टर एमबीएम इंस्टीटयूट

Posted By: Inextlive