क्षतिग्रस्त हाइवे का होगा निर्माण, पीडब्ल्यूडी के निर्देशन में होगा हाइवे का संरक्षण

मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग कर दिए आवश्यक निर्देश, बेस लाइन से छूटे परिवारों का बनेगा शौचालय

Meerut। दिल्ली को मेरठ-मुजफ्फनगर, उत्तराखंड से जोड़ रहे एनएच-58 का कायाकल्प होगा। बदहाल पड़े इस हाइवे के संरक्षण से एनएचएआई ने हाथ खड़े कर लिए तो वहीं हैंडओवर के बाद पीडब्ल्यूडी फंड न होने का रोना रो रहा था। कमिश्नर अनीता सी मेश्राम की पहल के बाद सरकार ने हाईवे के जीर्णोद्धार के लिए 40 करोड़ रुपए दिए हैं। सोमवार को कलक्ट्रेट स्थित एनआईसी में वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान विभिन्न योजनाओं की समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय ने यह घोषणा की।

शौचालय को 3 हजार करोड़

मुख्य सचिव ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत बेस लाइन से छूटे परिवारों को शौचालयों देने का निर्णय सरकार ने लिया है, इसके लिए 3 हजार करोड़ रुपए नाबार्ड द्वारा दिए गए हैं।

प्रगति रिपोर्ट रखी

कमिश्नर अनीता सी मेश्राम, डीएम अनिल ढींगरा ने इनर रिंग रोड, आरआरटीएस एवं अन्य निर्माण एवं विकास कार्यो की प्रगति रिपोर्ट सचिव के समक्ष रखी। अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ। रेनु गुप्ता, सीएमओ डॉ। राजकुमार, एडीएम वित्त आनन्द कुमार शुक्ला, सचिव एमडीए राजकुमार आदि इस दौरान मौजूद थे।

इसके अलावा

प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लिए ग्राम सभा की भूमि की चिह्नित कर निशुल्क उपलब्ध कराएगा।

निराश्रित गौवंश आश्रय स्थल के लिए प्रत्येक जनपद को एक करोड़ 20 लाख रुपए दिए गए हैं।

19 नवंबर को विश्व शौचालय दिवस मनाया जाएगा व 28 नवंबर को प्रधानमंत्री, आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा करेंगे।

Posted By: Inextlive