PATNA : जार्ज फर्नाडिस देश के प्रखर समाजवादी नेता और बिहार से कई बार सांसद चुने गए थे। परिस्थितियों को पहले ही भांप लेना और सही समय पर सही निर्णय के लिए जाने जाते थे लेकिन अल्जाइमर का ऐसा अटैक हुआ कि आसपास की गतिविधियों से भी वह अनजान हो गए। वह अकेले नहीं अटल बिहारी बाजपेयी सहित अन्य कई बड़े लोग रहे जिनके दिमाग को रोग ने डेड कर दिया था। देश के महान गणितज्ञ बिहार के वशिष्ठ नरायण सिंह जैसे लोग भी इस बीमारी की जकड़ में आ गए। तेजी से जकड़ रही इस बीमारी से पटना के 40 प्रतिशत लोग ग्रसित हैं। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में हर दिन एक से दो लोगों में इसका लक्षण मिल रहा है। प्रदूषण और लाइफ स्टाइल को इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार बताया जा रहा है।

अर्ली एज में हो रहा बीमारी का अटैक

इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरो विभाग के एक्सपर्ट का कहना है कि मौजूदा समय में यह रोग 50 की उम्र में ही जकड़ ले रहा है, जबकि पहले इस बीमारी के लक्षण 60 साल की उम्र पार करने के बाद दिखता था। न्यूरो विभाग के एक्सपर्ट का कहना है कि विदेशों में आज भी 70 और 80 साल के बाद इस बीमारी का लक्षण मिलता है। हालांकि प्रदूषण और तेजी से बदल रही लाइफ स्टाइल के कारण ही अब तो कम 50 से कम उम्र में भी अल्जाइमर के लक्षण सामने आने लगे हैं।

दिमाग को करता है शून्य

आईजीआईएमएस के न्यूरो सर्जन डॉ समरेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक अल्जाइमर ऐसा रोग है जो दिमाग को शून्य कर देता है। आसपास क्या हो रहा है वह महसूस नहीं कर पाता है। शरीर भी काम करता है लेकिन ब्रेन का संतुलन बिगड़ जाता है।

यह लक्षण है तो सावधान हो जाइए

भूलने की बीमारी में तेजी से बढ़ोत्तरी

पेशेंट बोलना चालना बंद कर दे

बाहरी वातावरण का इंसान पर कोई फर्क नहीं पड़ता हो

अगल-बगल का कोई ध्यान ही नहीं होता है

यह करें उपाय

एक्सरसाइज और खानपान का रखें ध्यान

प्रदूषण और गंदगी वाले जगह से बनाएं दूरी

नियमित पैदल वॉक करें और योग पर जोर दें

लक्षण दिखाई देने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें

Posted By: Inextlive