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PATNA : पटना के थानों के मालखाने में अब चूहे शराब ही नहीं पी रहे हैं बल्कि अब चोरी भी होने लगी है. इस बार मालखाने में रखे गए शराब के कार्टन चोरी चले गए हैं. इससे मालखाने की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से शराब भी बरामद कर लिया है. नया मामला मोकामा थाने का है जहां पुलिस की मौजूदगी में मालखाने में रखे गए शराब के पांच कार्टन चोरी चले गए. पहले तो मोकामा पुलिस इस मामले को दबाने में जुटी रही लेकिन धीरे-धीरे यह बात सीनियर अफसरों तक पहुंच गई. वहां तक बात पहुंचते ही थाने में हड़कंप मच गया. शाम होते-होते किसी तरह पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ लिया. पुलिस का दावा है कि आरोपियों से शराब भी बरामद कर ली गई है. इस घटना के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर फिर सवालिया निशान खड़ा हो गया है.

पहले भी हुई है चोरी

मोकामा थाने के पुलिस सूत्रों ने बताया कि थाने के पूरब साइड में मालखाना है. जब्त होने वाले सामान उसी में रखे जाते हैं. इसी बीच पता चला कि मालखाने से शराब के 5 कार्टन गायब हैं. ऐसा नहीं है कि मोकामा थाने के मालखाने में चोरी की ये पहली घटना है. इससे पहले भी कई बार चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं. हर बार पुलिस लीपापोती कर मामले को दबाने में जुटी रहती है.

क्या होता है थाने का मालखाना

हर थाने में एक मालखाना होता है. दरअसल पुलिस जब भी कोई कार्रवाई करती है और आरोपी को गिरफ्तार करती है तो उनके पास से रुपए, हथियार सहित अन्य सामान भी ज?त कर लिया जाता है. इन सामानों को थाने के मालखाने में रखा जाता है. वहां पर एक रजिस्टर होता है. पुलिस उस रजिस्टर में एक-एक चीज की इंट्री करती है. बाद में पुलिस जब कोर्ट में चालान पेश करती है तो उस सामान को कोर्ट के मालखाने में जमा करा देती है.

थाने की गजब कहानियां

पटना में थानों में गजब कहानियां होती है. राजधानी के ही थानों में पहले चूहों द्वारा शराब पीने का मामला खूब सुर्खियों में रहा था. इससे पहले भी फुलवारी पुलिस पर रुपए गायब करने के आरोप लगे थे. उस समय भी कोर्ट ने जब आदेश दिया कि एक मामले में ज?त रुपए जमा कराए जाए तब वो 53 हजार 801 रुपए नहीं मिला था. वहीं दिसंबर 2018 में पीरबहोर थाने के मालखाने से हथियार गायब हो गए थे.

..तब चूहे पी गए थे शराब

ऐसा नहीं है कि मालाखाना में चोरी की ये पहली घटना है. इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी है. पटना के थाने में मई 2017 में शराब गायब होने का मामला सामने आया था. जब जांच हुई तो पता चला कि 8 लाख लीटर शराब गायब है. बाद में इसमें पुलिस ने दलील दिया कि ये शराब चूहे पी गए. इस मामले को लेकर पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी.

उठ रहे कई सवाल

10 जवान तैनात फिर कैसे हुई चोरी?

मोकामा थाने में रात के समय कम से कम 10 पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं. ऐसे में ये कैसे संभव होगा कि कोई बाहरी मालखाना में घुस जाएगा और चोरी कर लेगा.

ताला तोड़ते समय आवाज क्यों नहीं आई?

जब कोई मालखाना में घुसेगा तब वो ताला तोड़ेगा. ताला तोड़ने की आवाज थाने में बैठे पुलिसकर्मियों को आखिर क्यों नहीं सुनाई पड़ी.

थाने में क्यों रखी रही जब्त शराब?

जिला प्रशासन द्वारा शराब को नष्ट किया जा रहा है. पुलिस ने उसमें इस शराब को नष्ट क्यों नहीं कराया?

मालखाने में सीसीटीवी क्यों नहीं?

मालखाने में जब इतना गंभीर सामान रखा जाता है तो वहां पर सीसीटीवी कैमरा लगा होना चाहिए लेकिन हैरत है कि वहां पर सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है.

Posted By: Manish Kumar