-नौ बोरियों में रखे 5000 बम और बारूद बरामद

-मनोज के साथी ने चकभटाही में किराए के मकान में छिपाकर रखे थे

-बीडीएस ने बमों को किया डिफ्यूज, बेचने ले जा वक्त धरा गया

ALLAHABAD: नैनी के पंजाबी हाता में बम धमाके में तीन मौतों के पांच दिन बाद शनिवार को पुलिस ने चक भटाही से बम और बारूद का जखीरा बरामद किया। भटाही के पास खपरैल नुमा मकान में नौ बोरियों में बम और बारूद छिपाकर रखे गए थे। मकान को ब्लास्ट के लिए जिम्मेदार मनोज गुप्ता उर्फ सलीम को भागने में मदद करने वाले अजय पटेल के भाई ने किराए पर ले रखा था। पुलिस ने उसे तब अरेस्ट कर लिया जब वह बोरियों में रखे बमों को मकान से निकालकर बेचने ले जा रहा था। बमों का जखीरा मिलने के बाद पुलिस ने बम डिस्पोजल स्क्वॉड (बीडीएस) को बुलाया। बीडीएस ने पानी में डुबोकर सारे बमों को डिफ्यूज कर दिया।

चाऊमीन रखने के लिए भाई ने लिया था मकान

चकभटाही के जिस मकान से बमों की बरामदगी हुई, वह हीरालाल यादव का है। हीरालाल दूध का बिजनेस करते हैं। उनसे भटाही के ही दुलारे पटेल ने चाऊमीन रखने के लिए दो महीने पहले मकान को 200 रुपए महीने के किराए पर लिया था। दुलारे के भाई अजय पटेल के कनेक्शन रामानंद के घर में ब्लास्ट व तीन मौतों के लिए जिम्मेदार मनोज गुप्ता उर्फ सलीम से जुड़े हुए हैं। जब पुलिस को पता चला कि ब्लास्ट के बाद मनोज भागकर सबसे पहले अजय के पास पहुंचा था तो वह उस पर नजर रखने लगी थी। घटना के दिन पूछताछ के लिए वह कस्टडी में भी लिया गया था। अजय ने ही मनोज व रामानंद की पत्‍‌नी दुर्गा को अरैल में उनके किसी परिचित के पास पहुंचाया था। पुलिस ने उससे काफी देर तक पूछताछ की थी लेकिन बाद में छोड़ दिया था। हालांकि उसके पीछे मुखबिर लगा दिए गए थे।

जैसे ही बोरी निकाली, पुलिस ने दबोचा

पुलिस की निगरानी का नतीजा रहा कि शनिवार को बमों का जखीरा बरामद हो गया। दोपहर में अजय पटेल बमों से भरी एक बोरी को निकाल रहा था तभी नैनी पुलिस को खबर मिल गई। वह कहीं निकल पाता, इससे पहले ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और उसे धर लिया। बोरा को खोला गया तो उसमें बम रखे हुए थे। पुलिस ने अजय से जब पूछताछ की तो उसने बमों का ठिकाना बता दिया। पुलिस को अजय के पास से व किराए के मकान से नौ बोरियों में रखे 5000 बम व बारूद मिले। खबर मिले ही हड़कंप मच गया। एसपी यमुनापार आशुतोष मिश्रा पूरे अमले के साथ मौके पर पहुंच गए। बमों का जखीरा मिलने की खबर जैसे ही फैली, तमाशबीनों की भीड़ भी जुट गई। पुलिस ने अजय को अरेस्ट कर लिया है। पूछताछ की जा रही थी कि बम व बारूद उसको कौन सप्लाई करता था। यह बताया गया है कि अजय को मनोज बने हुए बम देता था और उसके जरिए बदमाशों तक पहुंचवाता था। अजय की भटाही में किराने की दुकान भी है। देर रात तक उससे पूछताछ चल रही थी।

मकान मालिक को जानकारी ही नहीं थी

हीरालाल को यह जानकारी ही नहीं थी कि जिस मकान को उन्होंने दुलारे को किराए पर दिया है, उसका इस्तेमाल अजय करने लगा है। हीरालाल की पत्‍‌नी शांति का कहना है कि अजय कब से घर में आ-जा रहा था, इसकी उनको कोई जानकारी नहीं। पुलिस आशंका जता रही है कि पंचायत चुनाव में बमों का इस्तेमाल लोगों को डराने के लिए किया जा सकता था।

Posted By: Inextlive