51 हजार सीटों के लिए होगी कड़ी परीक्षा
- एलयू व एफिलिएटेड डिग्री कॉलेजों में यूजी एडमिशन के लिए एक-एक सीट की होगी मारामारी
- एलयू की करीब 38 सौ सीटों के लिए 27 हजार से अधिक आवेदन - इस बार भी करीब एक से डेढ़ लाख आवेदन आने की संभावना - 51 हजार कुल यूजी की सीटें - 38 सौ सीटें एलयू में - 27 हजार 5 सौ आवेदन एलयू में आये - 01 से डेढ़ लाख आवेदन हर साल आते हैं shyamchandra.singh@inext.co.inLUCKNOW : राजधानी में यूजी में एडमिशन के लिए दौड़ तेज हो गई है. एलयू प्रशासन ने तो एडमिशन के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी कर ली है. यहां करीब 3800 सौ सीटों के लिए इस बार 27 हजार 500 से अधिक आवेदन आए हैं. यह हाल तब है जब अभी तीनों शिक्षा बोर्ड के इंटर के रिजल्ट नहीं आए हैं. इसके बाद भी एलयू को यूजी कोर्सेस में 27 हजार से आवेदन मिल चुके हैं. नेक्स्ट वीक से बोर्ड के रिजल्ट आना शुरू हो जाएंगे. ऐसे में यूनिवर्सिटी से संबद्ध बड़े डिग्री कॉलेजों में यूजी के एडमिशन की रेस और तेज हो जाएगी.
पहले से ही शुरू हो गई प्रक्रियाएलयू समेत सभी डिग्री कॉलेजों में आवेदन फॉर्म भरने की प्रक्रिया एक माह या 15 दिनों पहले शुरू हो चुकी है. एलयू को छोड़कर सभी डिग्री कॉलेजों में यह प्रक्रिया मई के लास्ट व जून के फर्स्ट व सेकंड वीक में खत्म हो रही है. इस बार मनपसंद कोर्स की सीट पाने के लिए मेरिट की जंग काफी तेज होगी. वहीं एलयू, नेशनल, आईटी जैसे संस्थाओं में एंट्रेंस एग्जाम से एडमिशन होगा. एलयू व डिग्री कॉलेजों में यूजी की कुल 51,687 सीटें हैं. इन सीटों के मुकाबले राजधानी में केवल यूपी बोर्ड से ही 40 हजार स्टूडेंट्स के पास होने की उम्मीद है. जबकि आईएससी से 11000 और सीबीएसई से 13 हजार स्टूडेंट्स के पास होने की संभावना है. इस हिसाब से राजधानी में 52 हजार सीटों के मुकाबले 65 हजार स्टूडेंट्स केवल राजधानी से ही पास होंगे. कुल मिलकार इस बार करीब 1 से 1.5 लाख आवेदन आने की संभावना है.
70 हजार से ऊपर आवेदनअगर हम एलयू सहित कुछ चुनिंदा बड़े डिग्री कॉलेजों की बात करें तो यहां आवेदन करने वालों की संख्या 70 हजार से अधिक हो जाती है. एलयू में इस साल यूजी में 27 हजार 500 आवेदन आए हैं. वहीं केकेसी में करीब 15 हजार, शिया डिग्री कॉलेज में 15 हजार, आईटी कॉलेज 13 से 15 हजार, नेशनल डिग्री कॉलेज में 15 हजार के आसपास आवेदन आते हैं. केवल इन्हीं संस्थाओं की बात करें तो 70 हजार से अधिक आवेदन एडमिशन के लिए आते हैं. इन सभी कॉलेजों में कुल मिलाकर यूजी की सीटें 15 हजार के करीब हैं.
दूसरे जिलों के भी स्टूडेंट्स एलयू और उससे संबद्ध कॉलेजों में जितने स्टूडेंट राजधानी से आते हैं करीब उतने ही बाहरी जिलों सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली आदि से आवेदन करते हैं. अनुमान के अनुसार यहां से करीब 25 हजार स्टूडेंट्स एडमिशन लेने आते हैं. ऐसे में आवेदन करने वालों की संख्या 91 हजार से अधिक हो जाती है. मेरिट ने बढ़ाई टेंशन पिछली बार यूपी बोर्ड इंटर में 87 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास हुए थे. वहीं आईएससी से करीब 97 प्रतिशत पास हुए थे. सीबीएसई की में भी रिजल्ट 97 प्रतिशत था. इसी के आसपास इस बार भी रिजल्ट रहने की उम्मीद है. रोचक बात यह है राजधानी में ही केवल यूपी बोर्ड में 40 हजार स्टूडेंट्स में से करीब 9 हजार स्टूडेंट्स ऐसे है जिनकी मेरिट 85 प्रतिशत से ऊपर आई थी. इस बार भी अगर ऐसा हुआ तो मेरिट काफी हाई जाने की उम्मीद है. स्पेशल कैटेगरी में 31 हजारराजधानी में इस बार इंटर का रिजल्ट काफी अच्छा रहने की उम्मीद है. यहां 51 स्टूडेंट एग्जाम में शामिल हुए थे और इसमें से 45 हजार के सफल होने की उम्मीद है. करीब 13 हजार स्टूडेंट ऐसे हो सकते हैं जो विशेष योग्यता के साथ यानि 75 फीसदी से अधिक मार्क्स ला सकते हैं. 85 प्रतिशत से ऊपर नंबर पाने वाले करीब 9 हजार स्टूडेंट हो सकते हैं. वहीं दूसरी ओर आईएससी में 12 हजार स्टूडेंट के पास होने का अनुमान है और यहां 85 प्रतिशत से ऊपर नंबर पाने वाले करीब 5 हजार स्टूडेंट हो सकते हैं. इसी तरह सीबीएसई में 13 हजार में से करीब 4 हजार के 85 प्रतिशत से ऊपर नंबर हो सकते हैं. इस तरह करीब 18 हजार स्टूडेंट्स के बीच मनपसंद सीटें पाने के लिए जंग होगी.
बॉक्स पिछले साल इंटर का रिजल्ट बोर्ड 85 प्रतिशत मार्क्स से ऊपर यूपी बोर्ड 40 हजार आईएससी 12 हजारसीबीएसई 13 हजार
बाक्स एलयू में किस कोर्स में कितनी सीटें कोर्स सीटें बीए 1270 बीए ऑनर्स 460 बीकॉम 800 बीकॉम ऑनर्स 100 बीएससी मैथ्स 477 बीएससी बायो 280 एलएलबी ऑनर्स 120 कुल सीटें 3277 कोट लास्ट इयर यूपी बोर्ड में इंटर में काफी नंबर मिलने से कंप्टीशन टफ हो गया था. अगर आपके नंबर किसी कारण कम आए हैं तो टेंशन न लें. राजधानी में कई टॉप इंस्टीट्यूशन हैं, जहां मेरिट की जगह एग्जाम से प्रवेश मिलता है. नेशनल कॉलेज, आईटी कॉलेज, क्रिश्चियन कॉलेज में एंट्रेंस के आधार पर एडमिशन लिया जाएगा. - डॉ. एसपी सिंह, वीसी, एलयू इग्नू भी स्टूडेंट्स के लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. यहां भी बीए, बीएससी, बीकॉम के साथ ही बीबीए, बीसीए, बीकॉम फाइनेंस, बीबीए रिटेलिंग, बीए पर्यटन, बीए इंटरनेशनल हॉस्पिटेलिटी एडमिनिस्ट्रेशन जैसे एडवांस कोर्स हैं. इनके अलावा भी नर्सिग, सोशल वर्क जैसे तमाम विकल्प हैं. - डॉ. मनोरमा सिंह, क्षेत्रीय निदेशक, इग्नू, लखनऊ आमतौर पर स्टूडेंट्स एक ही जगह एडमिशन के लिए आवेदन करते हैं. वहां एडमिशन न मिलने पर वे दूसरी जगह जाने की नहीं सोचते. जबकि दूसरी जगह शायद उसको आसानी से एडमिशन मिल सकता है. ऐसे में स्टूडेंट्स कॉलेजों या यूनिवर्सिटी का मोह छोड़ बेहतर आप्शन की तलाश में एक से ज्यादा संस्थाओं में एडमिशन के लिए आवेदन करें. -डॉ. एसडी शर्मा, प्राचार्य, केकेसी पीजी कॉलेज बाक्स कॉलेजों में सीटों की स्थिति कॉलेज बीए बीकॉम बीएससी नेशनल पीजी कॉलेज 440 440 300 क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज 460 440 700 केकेसी पीजी कॉलेज 1080 1080 840 केकेवी डिग्री कॉलेज 700 240 700 कालीचरण पीजी कॉलेज 500 120 --- शिया पीजी कॉलेज 1046 1020 670 महिला पीजी कॉलेज 960 160 630 अवध गर्ल्स कॉलेज 400 240 --- नेताजी सुभाष चंद्र बोस 410 100 100 डीएवी कॉलेज 500 --- 385 एपी सेन गर्ल्स कॉलेज 475 80 --- मुमताज डिग्री कॉलेज 650 60 240 नारी शिक्षा निकेतन 560 80 100 नवयुग कन्या डिग्री कॉलेज 700 240 190 करामत हुसैन गर्ल्स कॉलेज 1075 60 180