मतदाता सूची पुनरीक्षण में हजारों मतदाताओं का नाम गायब

क्यों हटाया गया नाम जानने के लिए काट रहे तहसील के चक्कर

PRAYAGRAJ: बेनीगंज के रहने वाले धर्मेंद्र प्रताप लोकसभा चुनाव में वोट देने को लेकर पूरे जोश में थे. अचानक पता चला कि उनका नाम वोटर लिस्ट से गायब है. ऑनलाइन और ऑफलाइन सर्च किया फिर भी नाम सूची में नजर नहीं आया. उन्होंने तहसील में जाकर पता किया तो बताया कि नाम कट चुका है. यह कैसे हो गया. कोई बताने को तैयार नहीं. बीएलओ भी कुछ नहीं बता पा रहा है. यह तो सिर्फ एक एग्जाम्पल है हजारों लोग ऐसे हैं, जिनका नाम सूची से काट दिया गया है. अब यह लोग चुनाव से ठीक पहले अपना नाम पुन: जुड़वाने की कवायद में लग गए हैं.

चुनाव से पहले होता है खेल

जब भी चुनाव नजदीक आता है अचानक कई लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब होने लगते हैं. उनको इसका पता तब चलता है जब वह वोटर लिस्ट सर्च करते हैं. बहुत से लोगों को ठीक मतदान वाले दिन पता चलता है जब मतदानकर्मी यह कहकर लौटा देते हैं कि आपका नाम सूची में शामिल नहीं है. ऐसे लोगों के पास वोटर कार्ड तक मौजूद रहता है. राजनीतिक फायदे के लिए लोग दूसरों के फॉर्म भरकर नाम कटवाने की अर्जी तहसील में दे आते हैं. बीएलओ और अधिकारी इन नामों को क्रॉस चेक करने की कोशिश भी नहीं करते.

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आंकड़ों में 61 हजार का जिक्र

पिछले दिनों चलाए गए मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में 61 हजार मतदाताओं के नाम काटे जाने की बात कही गई है. बताया गया कि यह अपने एड्रेस पर नहीं मिले हैं या निधन हो चुका है. सोर्सेज की मानें तो ऐसा नहीं है. बहुत से लोग अभी भी अपने निवास पर जीवित हैं लेकिन उनका नाम प्रशासनिक लापरवाही के चलते कट गया है.

फिलहाल कोई फायदा नहीं

तहसील का चक्कर काटने वालों को सीधा जवाब दिया जा रहा है. कहा जा रहा है कि चुनाव बाद जब अभियान शुरू होगा तब नए नामों को शामिल किया जाएगा. बता दें कि पिछले दिनों नॉमिनेशन के अंतिम दिन तक चलाए गए विशेष अभियान के तहत 63 हजार नए मतदाताओं के नाम जोड़ने का दावा निर्वाचन कार्यालय ने किया है. अधिकारियों का कहना है कि जिनके नाम कटे हैं उन्होंने आवेदन किया गया होगा तो इसका लाभ जरूर मिलेगा.

अप्लीकेशन आने के बाद ही लोगों का नाम सूची से काटा गया है. इसकी जांच भी बीएलओ ने अपने स्तर पर की है. अब चुनाव के बाद ही नए लोगों के नाम सूची में जोड़े जाएंगे.

-केके बाजपेई,

सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी प्रयागराज

Posted By: Vijay Pandey