- चारफाटक ओवरब्रिज पर गिरे ईट के टुकड़े ने कई लोगों को किया घायल

- जीएमसी के जिम्मेदार अधिकारियों को नहीं है कोई फिक्र

GORAKHPUR: चारफाटक ओवरब्रिज एक्सीडेंटल ब्रिज बन गया है। ऐसा कोई दिन नहीं गुजरता जब इस ब्रिज पर राहगीर हादसे का शिकार न हो। थर्सडे की नाइट तो इस ब्रिज पर हद ही हो गई। दो दिन पहले किसी ट्रॉली से गिरे ईट के टुकड़ों से 8 घंटे में करीब आठ लोग घायल हो गए, लेकिन जीएमसी के किसी भी जिम्मेदार अधिकारियों की नजर इस ओर नहीं गई। वहीं ओवरब्रिज की सड़क पर ईटों के टुकड़े बिखरे पड़े हैं।

आठ से ज्यादा लोग हो चुके हैं घायल

थर्सडे की नाइट करीब 8.ब्भ् बजे चारफाटक ओवरब्रिज पर असुरन की तरफ जा रहे नागेंद्र यादव अपनी बाइक लेकर गिर गए। बाइक किसी गाड़ी के टक्कर से नहीं बल्कि ब्रिज पर गिरे ईट के टुकड़े पर फिसलने से गिरी थी। इनसे पहले एक लेडीज अपनी स्कूटी लेकर गिर गई। इसके अलावे भी कई लोग फिसलने से घायल हो गए, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि जीएमसी के जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दिए।

वेंस्डे नाइट से ही गिरा था ईट

चारफाटक रोड स्थित दुकानदारों की मानें तो वेंस्डे की नाइट एक ट्रैक्टर ट्राली से ईंट के टुकड़े रोड पर गिरे थे। ईट के टुकड़े बीच रास्ते में इस तरह फैल गए कि आने जाने वाले हर दो पहिया सवार लोग घायल हुए। अनुपम बताते हैं कि ओवरब्रिज पर ईट ही नहीं बल्कि आवारा पशु भी हमेशा बैठे रहते हैं, जिसके चलते अक्सर राहगीर घायल हो जाते हैं।

किसी ने हमें इस बात की सूचना नहीं दी थी, लेकिन आई नेक्स्ट की तरफ से दी गई सूचना पर हम चारफाटक ओवरब्रिज पर गिरे ईट के टुकड़े को हटवाएंगे।

अरूण कुमार, चीफ हेल्थ ऑफिसर

Posted By: Inextlive