90 percent Bareillians ‘UID’ की कतार मेंBareilly : घरेलू गैस सहित तमाम सब्सिडी डायरेक्ट पब्लिक के बैंक एकाउंट में पहुंच सके इसके लिए फाइनेंस मिनिस्टर ने सभी को आधार नंबर से जोडऩे की बात कही थी. इन निर्देशों के अकॉर्डिंग बैंकों ने इस दिशा में कदम भी बढ़ा दिए हैं. बैंकों ने कस्टमर के एकाउंट्स को आधार नंबर से जोडऩे की प्रक्रिया भी स्टार्ट कर दी है. इसके लिए बैंकों ने कस्टमर को एसएमएस सहित संपर्क के विभिन्न माध्यमों के जरिये अपने आधार नंबर बैंक को अवेलेबल कराने के लिए इंफॉर्मेशन देना स्टार्ट कर दिया है. कस्टमर्स के एकाउंट में सब्सिडी का पैसा भेजा जा सके इसके लिए आधार नंबर जरूरी है. लेकिन बरेली में आधार कार्ड जारी किए जाने को लेकर स्थिति यह है कि 10 परसेंट लोगों के ही आधार कार्ड बन सके है. ऐसे में बरेलियंस को कैश सब्सिडी जैसी योजनाओं का फायदा लेने के लिए लंबा इंतजार करना होगा.

Direct benefit scheme
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर गवर्नमेंट ने अपनी महत्वाकांक्षी योजना डायरेक्ट बेनफिट स्कीम के तहत घरेलू गैस पर कस्टमर्स को मिलने वाली सब्सिडी डायरेक्ट एकाउंट में पहुंचाने की तैयारी की है। लेकिन यह सुविधा उन्हीं डिस्ट्रिक्ट को मिली सकती है जिस डिस्ट्रिक्ट में कुल पॉपुलेशन में से 70 परसेंट जनसंख्या को आधार नंबर मिल गया है। वही पर डायरेक्ट बेनफिट स्कीम स्टार्ट की जा रही है।
बरेली के लिए अभी 'दिल्ली' दूर
बरेली की स्थिति इस मायने में बहुत ही दयनीय है। 15 लाख आबादी वाले इस शहर में मात्र कुछ लोगों को ही आधार कार्ड जारी हुए हैं। बरेली में सबसे पहले यूआईडी कार्ड जून 2011 में बनने शुरू हुए थे। गवर्नमेंट ने कार्ड बनाने की जिम्मेदारी बकरांगी कंपनी को सौंपी थी। लेकिन कंपनी की ओर से 6 महीने यूआईडी कार्ड बनाए जाने के बाद दिसम्बर 2011 में यूआईडी कार्ड बनाने बंद कर दिए थे। कंपनी की ओर से इन 6 महीने में 5 लाख यूआईडी कार्ड बनाए गए थे लेकिन उनमें से कई लोगों को कार्ड मिले ही नहीं। ऐसे में अभी भी 10 लाख लोगों के आधार कार्ड बनने हैं।
Second phase में भी response नहीं
हालांकि डेढ़ साल बाद बरेली में एक बार फिर कोमटेक इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की ओर से यूआईडी कार्ड बनाए जाने का काम शुरू हुआ है। लेकिन आधार कार्ड बनवाने को लेकर बरेलियंस का रेस्पांस ही नहीं मिल रहा है। जबकि कंपनी की ओर से इस बार नगर निगम, पीसी आजाद इंटर कॉलेज डेलापीर, मॉडल स्कूल किशोर बाजार और पूर्व माध्यमिक विद्यालय कटघर चार जगह कैंप लगाए गए है। कंपनी ने एक दिन में 500 कार्ड बनाए जाने का लक्ष्य रखा है। लोगों का रिस्पांस नहीं मिलने से परडे महज कुछ ही कार्ड बन पा रहे है।
कैसे मिले cash subsidy
गवर्नमेंट की ओर से दी जाने वाली कैश सब्सिडी का फायदा लेने के लिए प्रत्येक व्यक्ति के पास यूनिक पहचान नंबर अनिवार्य रूप से होना चाहिए। गवर्नमेंट की ओर से पब्लिक को गैस सब्सिडी का फायदा देने की योजना एक जून से शुरू होनेवाली है। ऐसे में जब तक यूआईडी कार्ड नहीं बन जाता तब तक गैस सब्सिडी का फायदा मिल पाना बरेलियंस के लिए मुश्किल है। अगर नए यूआईडी कार्ड के लिए अप्लाई भी करते हैं तो कार्ड मिलने में कम से कम तीन मंथ का टाइम लगेगा। इस स्थिति में बरेलियंस को कैश सब्सिडी का फायदा मिल सकेगा या नहीं कुछ कह पाना मुश्किल है।
बैंक को नहीं मिल रहा आधार नंबर
कस्टमर को आधार नंबर से जोडऩे के लिए बैंक्स भी परेशान हैं। कस्टमर्स को एसएमएस के थ्रू मैसेज भेजे जाने के बाद भी कस्टमर आधार नंबर लेकर बैंक नहीं पहुंच रहे हैं। बरेली में एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, इलाहाबाद सहित अन्य बैंकों की 65 ब्रांच हैं। इन सभी बैंक्स में करीब 8 लाख एकाउंट होल्डर है। मगर बमुश्किल 8 से 10 हजार लोगों ने ही अपने आधार नंबर बैंकों में जमा किए हैं।
"आधार नंबर जमा करने के लिए एकाउंट धारक को कई बार मैसेज किया जा चुका है। इसके बाद भी आधार नंबर लोगों की ओर से जमा नहीं किए जा रहे है। मेरे यहां दस हजार से अधिक एकाउंट होल्डर हैं लेकिन मात्र 200 लोगों ने ही आधार नंबर जमा किए हैं।
नवीन कुमार, ब्रांच मैनेजर, इलाहाबाद बैंक
अवेयरनेस की कमी के चलते बहुत कम लोग यूआईडी कार्ड के लिए अप्लाई कर रहे हंै। 8 मई से यूआईडी कार्ड बनने शुरू हुए है। ज्यादा से ज्यादा लोगों के कार्ड बन सके इसके लिए चार कैंप लगाए गए हैं."
गौरव कुमार गौतम, सुपरवाइजर, कोमटेक इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी

 

Report By : Prashant singh

Posted By: Inextlive