निगम के स्वच्छता सर्वेक्षण पर हावी स्कूलों की लापरवाही

91 में से 27 स्कूलों के कंपोस्टिंग यूनिट हुए खराब

Meerut। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के लिए नगर निगम अपने भरपूर प्रयास में लगा हुआ। मगर निगम के भरपूर प्रयास पर निजी स्कूलों की लापरवाही भारी पड़ रही है। जिसके चलते एक माह में निगम द्वारा निजी व सरकारी स्कूलों में स्थापित की गई कंपोस्टिंग यूनिट कूडे़ का ढेर बन चुकी हैं। निगम की टीम ने कंपोस्टिंग यूनिट के निरीक्षण के दौरान इन स्कूलों से सहयोग की अपील करते हुए यूनिट की देखभाल करने का आग्रह किया है।

कंपोस्टिंग यूनिट बदहाल

स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान के तहत 18 सितंबर, 2018 से नगर के कूड़े के निस्तारण के लिए निजी व सरकारी संस्थानों व स्कूलों में नगर निगम द्वारा कंपोस्टिंग यूनिट स्थापित की गई थी। इस अभियान के तहत 18 सितंबर से 10 अक्टूबर तक 91 यूनिटों को स्कूलों में स्थापित कर किया गया था। जिनमें से 13 स्कूलों में पहले से ही कंपोस्टिंग यूनिट का संचालन किया जा रहा था। इन यूनिट के बनने के बाद निगम की टीम द्वारा यूनिट का औचक निरीक्षण किया गया तो 27 स्कूलों में कंपोस्टिंग यूनिट बदहाल मिली। इन स्कूलों में कंपोस्टिंग के लिए बनाए गए गड्ढों में स्कूल का सभी प्रकार का कूड़ा जैसे प्लास्टिक, पेन, कागज, लकड़ी व कांच आदि भरा हुआ था।

व्हाट्सऐप ग्रुप पर अपडेट

स्कूलों में कंपोस्टिंग यूनिट में खामियां मिलने के बाद नगर निगम द्वारा बनाए गए व्हाट्सऐप ग्रुप पर स्कूलों को रोजाना अपनी-अपनी कंपोस्टिंग यूनिटों के फोटो अपडेट करने का आदेश जारी किया गया है। इस ग्रुप पर स्कूलों की समस्याओं से लेकर निगम के कर्मचारियों की लापरवाही तक की शिकायत का विकल्प स्कूलों को दिया गया है।

कंपोस्टिंग यूनिट अभी हमारे शहर के लिए एक बच्चे के समान है। उसे केवल स्थापित करना ही काफी नहीं है बल्कि अगले छह माह तक उसका ध्यान भी रखना है। कंपोस्टिंग यूनिट में केंचुओं का प्रयोग होता है यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो केंचुए मर जाएंगे। इसलिए हम स्कूलों से लगातार अपील कर रहे हैं कि सहयोग करें।

मनोज त्रिपाठी, नोडल अधिकारी स्वच्छता सर्वेक्षण

Posted By: Inextlive