देश भर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से आज कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ भारत बंद बुलाया है।इस भारत बंद में करीब 20 पार्टियां समर्थन कर रही हैं। देश के कुछ राज्यों में बंद का असर साफ दिख रहा है।


कानपुर (एजेंसियां)। देश में लगातार पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों की वजह से आज भारत बंद का ऐलान किया है। कांग्रेस और वामपंथी दलों द्वारा बुलाए गए इस बंद में करीब 20 पार्टियों का समर्थन है। कांग्रेस के भारत बंद के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के मुखिया शरद पवार, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व  शरद यादव राजघाट पर बैठे हैं। स्कूलों, कॉलेजों और कार्यालयों में छुट्टी राहुल गांधी ने अन्य विपक्षी नेताओं के साथ राजघाट से रामलीला मैदान तक मार्च भी किया है। भारत बंद के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी हो रही है। प्रदर्शनकारी इनके बैनर पोस्टरों लेकर रैली आदि निकाल रहे हैं। ऐसे में आज इस बंद के दौरान देश के कई राज्यों में स्कूलों, कॉलेजों और कार्यालयों में छुट्टी कर दी गई है।


तोड़-फोड़ किए जाने की खबरें आ रही हैं

कुछ शहरों में बंद समर्थक जबरन दुकानें, कार्यालय व स्कूल आदि बंद करा रहे हैं। पेट्रोल पंपों पर भी बैन लगाया जा रहा है। गुजरात के भड़ूच में हालात काफी गंभीर दिखे। यहां पर तो प्रदर्शनकारियों ने तो टायरों को आग लगा दी और बसों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के कुछ इलाकों में जबरन तोड़-फोड़ किए जाने की खबरें  आ रही हैं। इन राज्यों में दिखने लगा बंद का असर तेल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ ओडिशा, बिहार, दिल्ली, कोलकाता, कर्नाटक,  तेलंगाना और आंध्र प्रदेश समेत दूसरे कई राज्यों में बंद का असर साफ दिख रहा है। लोग सड़कों पर उतरे हैं। सुबह नौ बजे से मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में सीपीआई और सीपीएम के कार्यकर्ता जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं। आधिकारिक तौर बंद का समर्थन नहींवहीं तेलंगाना और आंध्रपदेश को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि यहां तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) आधिकारिक तौर इस बंद का समर्थन नहीं कर रहे हैं लेकिन इनके कार्यकर्ता इसमें सपोर्ट कर रहे हैं। वे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ विरोध में शामिल हुए हैं।भारत बंद: जाति आधारित आरक्षण के खिलाफ विरोध तेज, सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक प्रशासन हुआ एलर्ट

Posted By: Shweta Mishra