आज भी देश की 65 फीसद आबादी कृषि पर निर्भर है। वही उनके लिए रोजगार है और उनकी पहचान भी। इन्हीं में से कई प्रगतिशील किसान ऐसे भी हैं जो कुछ नया करके कृषि को समृद्ध करते चले आ रहे हैं। रघुपत सिंह ऐसा ही नाम है जिन्होंने अपने प्रयोगों से दाल और सब्जियों की 50 से अधिक नई प्रजातियां तैयार कर डाली हैं। इसके लिए उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से कृषि पंडित की उपाधि भी मिल चुकी है। इस साल उन्होंने लौकी की प्रजाति तैयार की है जो पांच फीट तक लंबी है। इसके अलावा उन्होंने हल्दी तैयार की है जिसमें आम का स्वाद है और अदरक के गुण।


कई प्रकार की हल्दी के साथ उगाकर तैयार की नई प्रजातिबिलारी के गांव समाथल के रहने वाले रघुपत सिंह की उम्र करीब 65 साल है। उन्होंने स्नातक तक शिक्षा प्राप्त की है। खेती को व्यवसाय के तौर पर चुनने के साथ ही वह जगह-जगह कृषि विज्ञान केंद्रों पर जाकर प्रशिक्षण लेते रहे हैं। रघुपत बताते हैं कि मसाले के रूप में हल्दी लगाने के लिए वह लाए थे। उसमें कुछ अलग तरह के बीज आ गए। उसे संभाल कर रख लिया। इसके बाद इस बीज से नई प्रजाति तैयार करने के लिए अन्य कई प्रकार की हल्दी के साथ उगाया।लहसुन पर GST को लेकर घमासान, हाई कोर्ट ने सरकार से पूछा सब्जी या मसालारघुपत सिंह की उपलब्धियां - प्रदेश सरकार ने 1992 में कृषि पंडित की उपाधि दी।
- राष्ट्रीय सब्जी अनुसंधान केंद्र से स्वर्ण और कांस्य पदक से सम्मानित। - भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र नई दिल्ली से नवोन्मेषी अवार्ड। 11 स्वादिष्ट भोजन जो आपके दिमाग की बत्ती जला दें!Report by : तरुण पाराशर, मुरादाबाद

Posted By: Satyendra Kumar Singh