बोकारो में एक पंचायत ने एक दलित लड़की के साथ सरेआम रेप करवाया. गोमिया थाना क्षेत्र स्थित स्‍वांग के एक गांव में पासी समाज की जातीय पंचायत ने एक तालिबानी फैसला सुनाकर ऐसा जघन्‍य अपराध करवाया.


यहां लिया जाता है दुष्कर्म का बदलाबोकारो जिले के इस गांव में दुष्कर्म का बदला लेने की परंपरा है. इस परंपरा के नाम पर जातीय पंचायत ने यह फैसला सुनाया. इस फैसले के दौरान बच्ची की मां पंचायत सदस्यों से उसकी बेटी को छोड़ देने की बात कहती रही लेकिन पंचायत सदस्य टस से मस ना हुए और आरोपी को बच्ची के साथ रेप करने का आदेश दे दिया. कैसे घटा ये अमानवीय कुकृत्य
इस गांव में रविवार की रात एक नशे में धुत किशोर अपने घर के बजाए पड़ोसी के घर में घुस गया. इसके बाद जब आधी रात में पड़ोसी की नींद खुली तो इस किशोर को मारपीट कर भगा दिया गया. सुबह होने पर इस मामले को लेकर गांव में पंचायत बुलाई गई जहां पड़ोसी ने किशोर के अपनी लड़की के निकट आपत्तिजनक अवस्था में सोने के बारे में बताया. यह सुनकर पंचायत ने आदेश दिया कि आरोपी किशोर के घर की किसी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया जाए. इतना सुनकर पड़ोसी की पत्नी किशोर के घर से एक मासूम बच्ची को बाल पकड़कर घसीटते हुए पंचायत के सामने ले आई. इस दौरान बच्ची की मां और बच्ची पंचायत से रहम की भीख मांगते रहे लेकिन पंचायत ने एक ना सुनी और पड़ोसी को उस बच्ची को जंगल में ले जाकर दुष्कर्म करने को कहा. इस घटना के बाद खून में लथपथ बच्ची अपनी मां से लिपटकर बिलख बिलख कर रोती रही. समाज बटा दो गुटों मेंइस अमानवीय कृत्य के बाद स्वांग का गुलगुलिया समाज दो तबकों में बटा नजर आया. समाज का प्रगतिशील तबका इस तरह की परंपरा के खिलाफ है. इस पर गोमिया थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार राम का कहना है कि मामले की पूरी छानबीन की जा रही है। इसमें दोषी किसी भी स्तर के लोगों को बख्सा नहीं जाएगा. इसके साथ ही स्वांग उत्तरी पंचायत, गोमिया के मुखिया विनोद विश्वकर्मा ने कहा कि सड़ी-गली परंपरा को बदलना होगा। नाबालिग के साथ हुई ज्यादती के लिए जवाबदेह पंचायत करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो, तभी न्याय मिलेगा.

Posted By: Prabha Punj Mishra