-डीआईजी के दखल के बाद गाजीपुर पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

-पड़ोसी ने बड़े पिंजरे में रखने के नाम पर लिया था

-गायब तोते की तलाश में जुटी पुलिस

pankaj.awasthi@inext.co.in

LUCKNOW: 'सरजब से वह तोता मेरे घर आया था मेरे पड़ोसी की गंदी नजर उस पर थीबड़े पिंजरे में रखने के नाम पर वह उसे ले गया और फिरजरूर मेरे मिट्ठू के साथ कोई अनहोनी हो गई है' इंस्पेक्टर गाजीपुर अजीत सिंह चौहान से महज इतना कहते ही इंदिरानगर निवासी क्षमा मेहरोत्रा की आवाज रूंधने लगती है और उनकी आंखे नम हो जाती हैं। डीआईजी के दखल के बाद गाजीपुर थाने पहुंची क्षमा की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी पड़ोसी के खिलाफ तोते की 'हत्या' और गालीगलौज की एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर वह तोता या फिर तोते की 'लाश' को तलाशे भी तो कहां?

कामवाली से खरीदा था

इंदिरानगर के सी ब्लॉक निवासी क्षमा मेहरोत्रा वीआईपी रोड स्थित बौद्ध विहार में कार्यरत हैं। बीते दिनों उनके घर में काम करने वाली के घर एक तोता उड़ कर आ गया। इस तोते को उन्होंने कामवाली से खरीद लिया और घर में मौजूद पिंजरे में बंद कर दिया। क्षमा के मुताबिक, वह तोता इंसानों की तरह बातचीत करता था। उन्होंने अपने तोते का नाम मिट्ठू रख दिया। थोड़े ही दिनों में वह तोता उनकी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया। क्षमा ने बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाले सुधीर गुप्ता की बेटी उनकी भतीजी से पढ़ने के लिये उनके घर आती थी। उस बच्ची को लेने आई सुधीर की पत्‍‌नी ने पिंजरे में बंद तोता देखा तो उन्होंने सलाह दी कि पिंजरा छोटा है, इसलिए वह तोता कुछ दिनों के लिये उनके बडे़ पिंजरे में रख दें और जब वह खुद बड़ा पिंजरा ले लेंगी तो वह तोते को वापस कर देंगी।

कहानी में आया ट्विस्ट

यह सलाह क्षमा को भा गई और उन्होंने 9 सितंबर को 'मिट्ठू' को सुधीर के घर के बड़े पिंजरे में छोड़ दिया। दो दिनों तक तो सब ठीक चला और क्षमा उसे सुबह-शाम देखने जातीं। पर, जब वह क्ख् सितंबर को 'मिट्ठू' को देखने पहुंची तो सुधीर ने उन्हें घरेलू काम में व्यस्त होने के कारण अगले दिन सुबह आने को कहा। अगले दिन सुबह जब फिर से वहां पहुंची तो सुधीर ने उन्हें बताया कि तोते का असली मालिक मिल गया। उसने क्षमा को एक मोबाइल नंबर देते हुए उन्हें बात करने की हिदायत दी। सुधीर की यह बात सुनते ही क्षमा का माथा ठनका। उन्होंने उस नंबर पर कॉल किया और उससे सवाल दागने शुरू किये तो वह शख्स उनके अभद्रता करने लगा। उसने एक पता भी दिया। जब क्षमा अगले दिन उस पते पर पहुंची तो वहां उस नाम को कोई शख्स नहीं मिला। इधर, जब वह वापस सुधीर के घर पर तोता लेने पहुंची तो आरोप है कि सुधीर ने उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए वहां से भाग जाने को कहा।

पेटा एक्टिविस्ट की ली मदद

सुधीर से अपना तोता हासिल कर पाने में नाकाम रहने पर क्षमा ने पशुओं के अधिकारों के लिये आवाज उठाने वाली पेटा एक्टिविस्ट डोना से संपर्क साधा और उनके साथ वह फिर से सुधीर के घर जा पहुंची। पर, सुधीर ने उन दोनों को जमकर गालियां दी और उन्हें अपने घर से निकल जाने को कहा। आखिरकार डोना ने डीआईजी नवनीत सिकेरा से मिलकर पूरी बात बताई। डीआईजी सिकेरा ने गाजीपुर पुलिस को कार्रवाई करने का आदेश दिया। जिसके बाद सोमवार दोपहर क्षमा मेहरोत्रा और डोना गाजीपुर थाने पहुंचीं और 'मिट्ठू' की 'हत्या की आशंका' जताते हुए पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने आरोपी सुधीर गुप्ता के खिलाफ धारा ब्ख्9 (भ्0 रुपये से अधिक मूल्य के पशु का वध करना) और धारा भ्0ब् (गालीगलौज करना) के तहत एफआईआर दर्ज कर ली।

क्षमा मेहरोत्रा की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। सुधीर गुप्ता से पूछताछ कर गायब तोते का सुराग लगाने की कोशिश की जा रही है।

विशाल पांडेय

सीओ, गाजीपुर

Posted By: Inextlive