जीहां अगर खबरों की मानें तो जल्‍दी ही ईंधनयुक्‍त फोन की बैटरी बाजार में आ सकती है जो बिना रीचार्ज के एक हफ्ते तक चलेगी।

हाइड्रो पावर्ड होगी ये बैटरी
आप अगर इस बात से परेशान है कि हर रात आपको अपने सेल फोन को रीचार्ज करने के लिए याद रखना पड़ता है और किसी भी दिन ऐसा करने भूल गए तो रीचार्ज के लिए तामझाम साथ लेकर चलना होता है या ऑफिस में दोस्तों से पूछना पड़ता है यार चार्जर है क्या। लेकिन अब आपकी परेशानी का हल लेकर आ रही है एक ब्रिटिश कंपनी। सुनने में आया है कि ये कंपनी हाइड्रोजन औश्र आक्सीजन के मिश्रण से बनने वाले फ्यूल वाली एक हाड्रोपार्वड बैटरी बाजार में पेश करने की तैयारी में है जो सात दिन यानी पूरे एक हफ्ते तक आपके फोन को चार्ज रखेगी। ये एक बेहद छोटी सी बैटरी होगी जिसे कैरी करने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
एप्पल और इंटैलिजेंट एनर्जी के विशेषज्ञ भी हैं प्रयास में
ऐसी भी रयूमर्स सुनाई दे रही हैं कि Intelligent Energy और एप्पल के विशेषज्ञ भी ऐसी ही कोई बैटरी बनाने के प्रयास में लगे हैं। ये एक संयुक्त प्रयास होगा। लेकिन इस बारे में दोनों ही की तरफ से हां या ना करने वाला कोई आधिकारिक कमेंट सामने नहीं आया है। इसलिए अभी तक ये सब बातें केवल अनुमान ही कही जा रही हैं। 

आई फोन सिक्स में लग सकेगी ये बैटरी
हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के मिश्रण से उत्सर्जित होने वाली हीट से बनने वाले ईंधन वाली ये बैटरी आई फोन सिक्स में इस्तेमान की जा सकेगी। ये बैटरी इमनी छोटी होगी की फोन के डिजाइन में कोई विशैष परिर्वनत नहीं करना होगा सिवाय एक के जो फोन के अंदर एक खली जगह के रूप में दिखाई देगा जहां इस बैटरी को फिट किया जा सके। स्मार्टफोन के निचले हिस्से में में लगने वाली इस डिस्पोजेबल बैटरी को सामने आने अभी करीब एक वर्ष का समय लगेगा। बैटरी एक बार में इतना ईंधन होगा कि ये आपके फोन को एक हफ्ते तक चार्ज रख सके।
तय नहीं है दाम
ये छोटी सी बैटरी काफी हद तक इको फ्रेंडली कार में लगने वाली फ्यूल बैटरी की तर ही काम करेगा। बैटरी बनाने वाली कंपनी का मानना है कि बेशक अभी इसे बन कर मार्केट में आने में करीब एक साल लग जाएगा लेकिन इस बात में कोई संदेह नहीं है कि इसमें भविष्य के बाजार में कब्जा करने की अपार संभवनायें हैं। उन्हें लगता है कि इसकी बिक्री से एक वर्ष में £300 billion ($471 billion) तक कमाई की जा सकती हैं हालाकि ये तय नहीं है कि बाजार में आने पर इसका अनुमानित दाम क्या रखा जाए।

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Posted By: Molly Seth