- जालसाजों में सीबीआई का भगोड़ा अभिषेक श्रीवास्तव भी शामिल

- उड़ीसा के लिकर किंग समेत देश के कई बिजनेसमैन से करोड़ों ठगे

- दिल्ली और मुंबई से कर रहे ऑपरेट, लग्जरी होटलों में करते हैं मीटिंग

ashok.mishra@inext.co.in

LUCKNOW: सावधान अगर कोई खुद को पूर्व केंद्रीय मंत्री ए। राजा का दामाद और ओएसडी बताकर करोड़ों रुपये का लोन देने का ऑफर दे रहा है तो थोड़ा सतर्क हो जाएं। दरअसल यह लखनऊ के ठगों का एक गैंग है जो इस नये तरीके से पूरे देश में नामी-गिरामी बिजनेसमैन को अपने जाल में फंसा रहा है। उनकी मॉडस ऑपरेंडी भी ऐसी है कि बॉलीवुड के फिल्म निर्माता भी चकरा जाएं। भले ही हाईकोर्ट ने टू-जी स्पेक्ट्रम मामले में यूपीए सरकार के मंत्री ए। राजा को क्लीन चिट दे दी हो पर, इन जालसाजों का दावा है कि टू-जी स्पेक्ट्रम घोटाले में ए। राजा द्वारा कमाई गयी अकूत दौलत का दो हजार करोड़ रुपये उनके पास है जो वे बेहद कम ब्याज पर बतौर लोन दे सकते हैं। इस तरह वे लोगों से लाखों रुपये ठगते हैं और बाद में खुद को जांच के दायरे में आने की बात कहकर दूरी बना लेते है। फिलहाल ये ठग इंफोर्समेंट डायरेक्ट्रेट (ईडी) की नजरों में आ चुके हैं और उनके खिलाफ हाल ही में इंदौर में दर्ज हुई एफआईआर के आधार पर कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी है।

हाईप्रोफाइल तरीके से करते हैं ठगी

दरअसल इस गैंग का सरगना लखनऊ निवासी अभिषेक श्रीवास्तव उर्फ अभिषेक निगम है जिसके खिलाफ सीबीआई में चार, ईडी में चार और लखनऊ पुलिस में ठगी के करीब दस मामले दर्ज हैं। सीबीआई के दो मामलों में वह भगोड़ा भी है। इसके अलावा इस गिरोह में लखनऊ का सद्दान अंसारी भी शामिल है जो खुद को ए। राजा का दामाद और लखनऊ के एक मुस्लिम धर्मगुरु का रिश्तेदार बताता है। इनका तीसरा साथी शाजी अहमद है जो अभिषेक श्रीवास्तव के साथ कई ठगी के मामलों में आरोपी है और उसे पिछले महीने 20 जून को लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसी तरह चौथा साथी राहुल शुक्ला उर्फ राम शुक्ला है जिसके खिलाफ सपा शासन में एक एफआईआर हुई थी जिसके बाद उसे फरवरी में जेल भेज दिया गया था। ईडी के सूत्रों की मानें तो यह रैकेट डेढ़ साल से चल रहा है। इसी बीच शाजी और राहुल के अरेस्ट होने के बाद अभिषेक और सद्दान इसे ऑपरेट कर रहे हैं। मुंबई और दिल्ली के आलीशान होटलों में लोन लेने के इच्छुक व्यापारियों और उद्योगपतियों को वे मीटिंग के लिए बुलाते हैं जहां सद्दान खुद को ए। राजा का दामाद बताकर उन्हें पूरी स्कीम समझाता है। इसके बाद वे बाकायदा लोन मांगने वाले की फैक्ट्री और व्यापारिक प्रतिष्ठान का दौरा कर ऑडिट रिपोर्ट बनाते हैं और लोन मंजूर करने के नाम पर उनसे लाखों रुपये की वसूली करने लगते हैं।

कई राज्यों में फैला है नेटवर्क

इस गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है। इनका शिकार बनने वालों की संख्या खासी ज्यादा है, हालांकि इनमें से कई धोखाधड़ी का शिकार होने के बावजूद जांच एजेंसियों से शिकायत करने में कतरा रहे हैं। इंदौर के डॉ। राजेश लेखी ने इस गिरोह के खिलाफ हाल ही में 30 लाख रुपये की ठगी का केस दर्ज कराया है जिसके बाद ईडी सतर्क हो गयी और इस गिरोह की कारगुजारियों पर नजर रखने लगी। इस मामले में अभिषेक, सद्दान के अलावा उनके कुछ अन्य साथी भी नामजद किए गये है। इससे पहले इनकी योजना मध्य प्रदेश के एक कारोबारी से पांच करोड़ रुपये ठगने की भी थी। उसे अभिषेक ने खुद को सपा सरकार में मंत्री और राम शुक्ला ने सचिवालय में अनुभाग अधिकारी बताकर जूते और कीटनाशक की सप्लाई का टेंडर दिलाने का वादा किया था। बाद में इस मामले में लखनऊ पुलिस ने राम शुक्ला को गिरफ्तार किया था।

एक परसेंट मांगते थे कमीशन

दरअसल यह गिरोह व्यापारियों के प्रतिष्ठानों का दौरा करने और ऑडिट रिपोर्ट बनाकर उसे अप्रूव कराने और केवाईसी के नाम पर पांच लाख रुपये की मांग करता है। बाद में लोन के कुल अमाउंट का एक फीसद कमीशन देने का एफिडेविट भी साइन करवा लेता है। इससे व्यापारियों को उन पर शक नहीं होता है और वे कम ब्याज में सौ करोड़ से पांच सौ करोड़ तक का लोन पाने के लालच में इस गिरोह के चंगुल में फंस जाते। जब व्यापारी उनसे लोन की रकम मांगने जाते तो वे बहाना बनाते हैं कि ईडी ने उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी है और बैंक खाते सीज कर दिए हैं। इसका केस चल रहा है। इससे डर कर व्यापारी भी चुप हो जाता है। जो उनसे दबंगई से पैसे वापस मांगता है, उन्हें थोड़ी रकम वापस कर देते है या फर्जी चेक देकर रफूचक्कर हो जाते हैं।

बॉक्स

इनको बनाया शिकार

- तामिलनाडु के हरिनी ग्रुप के मालिक जी। रमेश

- नवी मुंबई के सरफराज काजी

- इंदौर के लेखी ग्रुप के मालिक डॉ। राजेश लेखी

- उड़ीसा के शराब व्यापारी राजेश साहू

- मध्य प्रदेश के खंडवा के संदीप गुप्ता

- उत्तराखंड स्थित उत्तरांचल आयरन एवं इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के मालिक

फैक्ट फाइल

- 18 से ज्यादा केस दर्ज हैं अभिषेक श्रीवास्तव पर सीबीआई, ईडी, पुलिस में

- 02 मामलों में सीबीआई ने घोषित किया भगोड़ा, देश छोड़ने की फिराक में

- 300 करोड़ का लोन देने का उड़ीसा के शराब व्यापारी को दिया झांसा

- 30 करोड़ का लोन देने के नाम पर इंदौर के बिजनेसमैन को भी ठगा

- 20 जून 2018 को लखनऊ पुलिस ने शाजी अहमद को किया अरेस्ट

Posted By: Inextlive