RANCHI: राज्य के निजी स्कूलों में अब छात्र-छात्राओं के नामांकन में आधार कार्ड नहीं लगेगा। इसके लिए स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिया है। रांची के दिल्ली पब्लिक स्कूल और टाटीसिलवे स्थित सरला बिरला स्कूल में नर्सरी समेत अन्य कक्षाओं में आधार कार्ड लिये जाने की शिकायत के बाद विभाग ने यह फैसला लिया। प्राथमिक शिक्षा निदेशक विनोद कुमार ने सभी जिला शिक्षा अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि निजी स्कूल हों या सरकारी किसी में छात्र-छात्राओं के नामांकन के समय आधार कार्ड की अनिवार्यता नहीं है। इसलिए सभी डीएसई अपने-अपने जिले में सभी प्रकार के स्कूलों को निर्देश जारी करें कि किसी भी क्लास में बिना आधार कार्ड के नामांकन सुनिश्चित करें।

पैरेंट्स को दें जानकारी

उन्होंने इसका जिलावार प्रचार-प्रसार करने और अभिभावकों को भी जानकारी देने को कहा, ताकि किसी स्कूल में नामांकन के समय ऐसी समस्या का सामना नहीं करना पड़े। शिक्षा विभाग ने यह भी साफ किया कि निर्देश का पालन नहीं करने वाले स्कूलों पर नियम के अनुसार कार्रवाई की जाए, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने भी ऐसा निर्देश जारी किया है।

कार्ड बनाने में परेशानी

नर्सरी में नामांकन के लिए अभिभावकों से आधार कार्ड मांगे जाते हैं, लेकिन छोटे बच्चे का आधार बनवाने में परेशानी होती है। कई जगह यह नहीं बन पाता, जिससे मनचाहे स्कूलों में बच्चे नामांकन नहीं करा पाते। विवश हो दूसरे स्कूलों में नामांकन लेना पड़ता है।

स्कूल में ही बन रहा आधार कार्ड

सरकारी स्कूलों में स्कूल स्तर पर ही छात्र-छात्राओं का आधार कार्ड बनाया जा रहा है। इससे छात्र-छात्राओं को योजनाओं का लाभ देने में सुविधा होती है। साथ ही एक छात्र-छात्रा दो स्कूलों में नामांकित न हो इसका भी पता चल जाता है। निजी स्कूलों में भी कैंप लगाकर आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया की जानी है लेकिन लीगल मामलों को लेकर लटका हुआ है।

वर्जन

सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी आदेश के बाद सभी जिलों के डीईओ व डीएसई को निर्देश जारी किया गया है कि सभी सरकारी व निजी स्कूलों में आधार कार्ड की अनिवार्यता स्पष्ट रूप से समाप्त करने की व्यवस्था की जानी चाहिए।

विनोद कुमार, निदेशक, प्राथमिक शिक्षा

Posted By: Inextlive