आवास नहीं, नाले का करेंगे विकास
-अब नाली, सीवर भी बनवाएगा आवास विकास परिषद
-अवस्थापना निधि से जलनिकासी की प्रॉब्लम करेगा दूर -रोड्स पर बैरियर, वॉल पेंटिंग और कराएगा पटरी निर्माण भी 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ शहरियों को आवास मुहैया कराने वाला आवास विकास परिषद अब नाली, सीवर भी बनवाएगा। परिषद अपनी अवस्थापना निधि से जलनिकासी की प्रॉब्लम दूर करेगा। इसके लिए बजट भी जारी हो गया है। नाली, सीवर के साथ ही रोड्स पर बैरियर, वॉल पेंटिंग और सड़क किनारे पटरी निर्माण व मेंटीनेंस भी करवाएगा। विभाग ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। जमीन नहीं होने से काम है ठपदरअसल, आवास विकास परिषद के पास लैंडमार्क जमीन नहीं होने से कॉलोनियां और फ्लैट्स बनाने का काम ठप पड़ा है। वाराणसी विकास प्राधिकरण का भी यही हाल है। शासन के तय मानक के मुताबिक शहर के सुंदरीकरण की जिम्मेदारी नगर निगम के साथ ही विकास प्राधिकरण और आवास विकास परिषद पर भी होता है। हालांकि निगम के अलावा ये दोनों विभाग कभी-कभार ही सुंदरीकरण का काम कराते हैं।
धन मंजूर, समस्या होगी दूरशहर में जलनिकासी की प्रॉब्लम दूर करने के लिए फर्स्ट फेज में मंडुआडीह रेलवे स्टेशन के आसपास व बड़ालालपुर में नाली व सीवर का निर्माण और मेंटीनेंस कराया जाएगा। जिससे कि इन दोनों एरिया में लोगों को समस्या न झेलनी पड़े। कमिश्नर दीपक अग्रवाल के निर्देश पर इसके लिए धन भी जारी हो गया है। जल्द ही काम भी शुरू करा दिया जाएगा।
समिट से पहले होगा काम दरअसल, जनवरी में बनारस में प्रवासी भारतीय सम्मेलन होना है। पीएमओ से लेकर सीएम ऑफिस तक इसकी लगातार रिपोर्ट ले रहे हैं। एनआरआई समिट को सफल बनाने के लिए दो दर्जन से ज्यादा सरकारी विभाग जुटे हुए हैं। इनमें खासकर प्रशासन, वीडीए, पर्यटन, आवास विकास परिषद, परिवहन आदि विभागों की बड़ी जिम्मेदारी तय की गई है। इसको देखते हुए आवास विकास परिषद को सख्त ताकीद की गई है कि इससे पहले काम पूरा करा लें। एक नजर 6 करोड़ रुपये आवास विकास परिषद ने किए जारी 3 करोड़ से ज्यादा धनराशि से जलनिकासी की प्रॉब्लम होगी दूर 2 जगहों पर फर्स्ट फेज में होगा काम 15 दिसम्बर तक काम कराने की है लास्ट डेट वर्जन-- अवस्थापना निधि से निर्धारित कार्यो को तय समय में पूरा करा लिया जाएगा। इसमें कई काम शुरू करा दिए गए हैं। शहर को सुंदर बनाने के लिए सभी विभाग मिलकर काम करेंगे। राजेश कुमार, वीसी, वीडीए