-पांच दिनों से स्ट्राइक पर हैं आयुष डॉक्टर्स

PATNA: आयुष मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (आमसा) और हेल्थ मिनिस्टर डॉ रामधनी सिंह के बीच बातचीत विफल हो गई है। न मानदेय बढ़ाने और न ही जॉब रेग्यूलराइजेशन पर बात बन पायी। हेल्थ मिनिस्टर रामधनी सिंह ने कहा कि तीन सदस्यीय कमेटी बनायी गई है। यही कमेटी इनकी मांगों पर निर्णय लेगा। इसके अलावा मंडे को एनआरएचएम के मिशन डायरेक्टर सीके मिश्रा आ रहे हैं। उनके समक्ष भी यह बात रखी जाएगी। ज्ञात हो कि आयुष डॉक्टर्स के वेतन का ख्भ् परसेंट बिहार गवर्नमेंट और 7भ् परसेंट सेंट्रल गवर्नमेंट के पार्टिसिपेशन से होता है।

दिनभर उठती रही आवाज

हेल्थ मिनिस्टर को आयुष डॉक्टर्स की स्ट्राइक के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके विरोध में आयुष डॉक्टर्स ने हेल्थ मिनिस्टर रामधनी सिंह के आवास का घेराव कर नारेबाजी की। शुक्रवार मार्निग करीब नौ बजे मिनिस्टर ने इनकी बातें सुनी लेकिन बिना कुछ कहे चले गए। जब विधानसभा नहीं जाने देने का चेतावनी दिया गया तब मिनिस्टर ने आश्वासन दिया कि हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी से इस पर विचार करेंगे।

फाइल आज बढ़ायी गयी

आमसा के प्रवक्ता डॉ दीपांकर किशोर रंजन ने कहा कि मंत्रीजी मामले को गंभीरता से नहीं ले रहें हैं। हमें इस बात की जानकारी मिली है कि मानदेय की फाइल आज बढ़ायी गयी है। जबकि उन्होंने पहले ही कहा था कि फाइल बढ़ा दी गयी है। जब तक मांगें नहीं मानी जाएगी तब तक स्ट्राइक जारी रहेगा। कोई समझौता नहीं होगा।

एपीएचसी का काम-काज ठप

आयुष डॉक्टर्स की स्ट्राइक से पिछले पांच दिनों से एपीएचसी में काम-काज ठप है। विभिन्न जिलों को मिलाकर हर दिन म्0 हजार पेशेंट्स का इलाज नहीं हो पा रहा है। आयुष डॉक्टर्स का कहना है कि उनकी ड्यूटी एपीएचसी में होती है, लेकिन नियमों से इतर इमरजेंसी की ड्युटी भी ली जाती है। इस कारण परेशानी होती है।

Posted By: Inextlive