RANCHI :रांची में अब कोई भी फार्मासिस्ट डिप्लोमा और डिग्री का अलग-अलग रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाएंगे। अब सभी के लाइसेंस को आधार से लिंक किया जाएगा। अब एक लाइसेंस पर एक ही दवा की दुकान खोला जा सकेगा। अभी एक लाइसेंस पर पांच-पांच दवा की दुकानें चल रही हैं। इस बारे में झारखंड फार्मासिस्ट काउंसिल के चेयरमेन डॉ। टीपी वर्णवाल ने बताया कि झारखंड में फार्मासिस्ट की डिग्री को लिंक करने का काम जल्द शुरू होगा।

फर्जीवाड़ा रोकने को होगी कार्रवाई

अब फार्मासिस्टों द्वारा लाइसेंस लेकर गड़बड़ी करने पर कार्रवाई होगी। एक से अधिक रजिस्ट्रेशन कराने वाले फार्मासिस्टों पर लगाम कसने के लिए यह डिसीजन लिया गया है। अब मेडिकल और फार्मासिस्ट को अपने लाइसेंस आधार से लिंक कराना होगा। इससे लाइसेंस प्रक्रिया में पूरी तरह से पारदर्शिता आएगी। जिले में चल रहे सभी मेडिकल स्टोर्स को ऑनलाइन करना अनिवार्य होगा।

ऑनलाइन करना होगा आवेदन

फार्मासिस्ट को एसएसओआईडी बनाकर एफएसडीएयूपी डॉट जीओवी डॉट इन पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसमें मेडिकल स्टोर्स के संचालक और फार्मासिस्ट को अपना आधार नंबर भी दर्ज करना होगा। आधार नंबर जिस मोबाइल से लिंक होगा उसी पर ओटीपी आएगा। इसके बाद ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी होगी।

किराए का भी चल रहा है खेल

विभाग द्वारा अबतक कोई कार्रवाई नहीं किये जाने से राजधानी में कई फार्मासिस्टों ने अपने लाइसेंस वर्षो से किराए पर दे रखे हैं। स्वयं एमआर की नौकरी कर रहे हैं। लेकिन अब दस्तावेज ऑनलाइन होने से फार्मासिस्टों के नाम सामने आ सकेंगे। ऐसे में इन लोगों को अपने लाइसेंस वापस लेने होंगे। अभी तक एक ही फ ार्मासिस्टों के लाइसेंस पर कई मेडिकल स्टोर्स संचालित हो रहे हैं, जबकि नियमानुसार जिसका लाइसेंस लगा हैं वह उसी की देखरेख करेगा।

एक नाम से एक ही पंजीयन होगा

नए लाइसेंसधारकों को खाद्य एवं औषधि प्रशासन एफ एसडीए पोर्टल पर ऑनलाइन दस्तावेज अपलोड करना होगा। फार्मासिस्ट के अब बिना आधार कार्ड के मेडिकल स्टोर्स का लाइसेंस नहीं बनेगा और न ही रिन्युअल हो सकेगा। एक ही फार्मासिस्ट के नाम से एक ही पंजीयन होगा। मेडिकल स्टोर्स, थोक कारोबार, दवा निर्माता कंपनी के लाइसेंस का अब ऑनलाइन ब्यौरा दर्ज किया जाएगा।

आवेदन के लिए देने होंगे दस्तावेज

आवेदन के लिए प्रोपराइटर व पार्टनर का आधार कार्ड व फोटो, फार्मासिस्ट रजिस्ट्रेशन लाइसेंस व नवीनीकरण की रसीद, घोषणा पत्र, किरायानामा पत्र व रेफ्रिजरेटर के बिल को ऑनलाइन अपडेट करना होगा। मोबाइल नंबर भी आधार कार्ड से लिंक कराने होंगे।

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वर्जन

अभी फार्मासिस्ट की डिग्री को लिंक करने का काम शुरू नहीं किया गया है। क्योंकि काउंसिल में अभी पूरे सदस्यों की नियुक्ति नही हो पाई है। जैसे ही यह व्यवस्था शुरू होगी, डिग्री को लिंक करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

डॉ। टीपी वर्णवाल, चेयरमेन फार्मासिस्ट काउंसिल, झारखंड

Posted By: Inextlive