रांची: बूंटी बस्ती में बीटेक छात्रा के हाई प्रोफाइल मर्डर की कहानी के खुलने का रास्ता साफ हो गया है। इसके लिए पुलिस ने जरूरी इम्तेहान पास कर लिया है। तमाम नाम रखे कातिल राहुल श्रीवास्तव के रिमांड पर लेने की कोर्ट से इजाजत मिल गई है। सीबीआई की विशेष अदालत ने सोमवार को पांच दिनों तक आरोपी से पूछताछ की अनुमति दी है। बीटेक छात्रा हत्याकांड से पहले राहुल रांची कैसे आया और पूरी घटना को कैसे अंजाम दिया, इसकी वह पूरी कहानी बताएगा। सीबीआई उसे सिर्फ डीएनए मैच के आधार पर ही लखनऊ से प्रोडक्शन वारंट पर रांची लायी थी। पीडि़ता की स्वैब जांच में जिस पुरुष का डीएनए मिला था, उससे राहुल की मां का डीएनए मैच किया गया है। इसके बाद ही उसकी अरेस्टिंग हुई है।

तब आया शक के घेरे में

28 मार्च 2018 को सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। जिसके बाद जांच शुरू की तो गवाह और मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी शक के घेरे में आया। घटना के वक्त आरोपी की कॉल डिटेल मौजूद थी। इसके बाद से वह लगातार ठिकाना बदलता रहा। 18 फरवरी 2019 को रिम्स में आरोपी के माता-पिता का ब्लड सैंपल लिया गया। डीएनए की जांच के लिए ब्लड सैंपल दिल्ली भेजा गया। माता के डीएनए से ब्लड सैंपल मैच हुआ तो उसके बाद सीबीआई आगे बढ़ी।

चार माह से रखे था नजर

पटना से पुलिस कस्टडी से भागने के बाद आरोपी रांची के बूटी बस्ती में छिपकर रह रहा था। इस दौरान पीडि़ता की हर एक्टिविटी पर नजर रखता था। चार माह तक ये करने के बाद जिस दिन पीडि़ता घर में अकेली थी उसी दिन अंकित ने इस वारदात को अंजाम दिया।

पुलिस के डर से भागता रहा

मोबाइल लोकेशन के आधार पर पता चला कि रांची में घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी यहां से भाग निकला। इस दौरान पुलिस से बचने के लिए वह यूपी, बिहार, दिल्ली में अपना ठिकाना बनाता रहा और जहां-तहां छिपता रहा। इसके बाद लखनऊ पहुंचा। लखनऊ के हसनगंज थाने में आरोपी के खिलाफ पांच केस दर्ज हैं। इन मामलों में वह लखनऊ जिला जेल में बंद भी था। पटना के कई थानों में भी मुकदमे दर्ज हैं। बीटेक छात्रा हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआई सीरियल दुष्कर्मी को खंगालते-खंगालतेउस तक पहुंची, जिसके बाद उसे लखनऊ से लेकर रांची आई।

Posted By: Inextlive