RANCHI : राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में अब सिक्योरिटी की कमान रांची पुलिस के जिम्मे होगी। यहां इंट्रेंस से लेकर कैंपस में जगह-जगह पुलिस के जवानों को तैनात किया जाएगा। वहीं इनकी मॉनिटरिंग के लिए पुलिस के सीनियर अधिकारी रहेंगे। जो हर दिन सिक्योरिटी व्यवस्था की जांचेंगे। ये बातें झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे ने गुरुवार को रिम्स का इंस्पेक्शन करने के बाद कहीं। उन्होंने कहा कि रिम्स में तैनात सिक्योरिटी गा‌र्ड्स को भी स्पेशल ट्रेनिंग पुलिस की ओर से दी जाएगी ताकि वे हॉस्पिटल में आने वाले डॉक्टरों, मरीजों व उनके परिजनों के साथ अच्छा बिहेव कर सकें।

हर एक्टिविटी पर होगी नजर

हॉस्पिटल की निगरानी के लिए हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात उन्होंने डायरेक्टर से कही। साथ ही कहा कि अभी जहां भी कैमरे लगे हैं उसके लिए एक सेंट्रल कंट्रोल रूम बनाएं और उसका एक सेटअप पुलिस अधिकारियों के कंट्रोल रूम में दिया जाए। जिससे कि हॉस्पिटल की हर एक्टिविटी पर नजर रखी जा सके। ताकि हॉस्पिटल में किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके।

बाहरियों के आने जाने पर लगेगी रोक

हॉस्पिटल कैंपस की चाहरदीवारी को आसपास के लोगों ने तोड़ दिया है। इसी रास्ते से वे आना जाना भी करते हैं। इनकी आड़ में असामाजिक तत्व भी घुस आते हैं। इस वजह से भी कैंपस में घटनाएं होती हैं। इसे रोकने के लिए सभी जगह टूटी चाहरदीवारी को बंद कराने को कहा।

दिखे दलाल तो होंगे हलाल

हॉस्पिटल एरिया में दलालों की एक्टिविटी काफी बढ़ गई है। वहीं प्राइवेट लैब वाले भी मरीजों और उनके परिजनों को निशाना बनाते हैं। सिक्योरिटी की नई व्यवस्था लागू होने के बाद इन लोगों पर नजर रखी जाएगी। वहीं पकड़े जाने पर सीधे थाने भेजा जाएगा। इसके बाद उन पर कार्रवाई भी की जाएगी।

डॉक्टर, स्टाफ लगाएंगे आईकार्ड

हॉस्पिटल में आने वाले सभी डॉक्टर्स और स्टाफ को आईकार्ड लगाने के साथ ही यूनिफार्म में रहने का आदेश डायरेक्टर डॉ.डीके सिंह ने दिया है। ताकि उनकी पहचान करने में पुलिस के जवानों को कोई दिक्कत न हो। इसके अलावा आईकार्ड मांगने पर उन्हें हर हाल में दिखाना होगा। आईकार्ड नहीं रहने पर अगर उन्हें रोका जाता है तो कोई सुनवाई नहीं होगी।

Posted By: Inextlive