जमशेदपुर : एबीएम कॉलेज गोलमुरी का विस्तार होने जा रहा है. इसके तहत टाटा स्टील ने गोलमुरी स्थित सर्कर्स मैदान की 2.25 एकड़ की जमीन को एबीएम कॉलेज को देने का फैसला है. सिर्फ यही नहीं इस कैंपस में टाटा स्टील पूर्ण रूप से भवन निर्माण कर कॉलेज को सौंपेगी. बताया जा रहा है कि इस पर चार करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आएगा. नए कैंपस को वोकेशनल सेंटर का हब बनाने की योजना कॉलेज प्रबंधन की है. टाटा स्टील द्वारा प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिए जाने के बाद यह प्रस्ताव राज्यपाल के पास भेजा गया है. वहां से प्रस्ताव को हरी झंडी मिलते ही इस पर कार्य प्रारंभ हो जाएगा. नए कैंपस में कई तरह के वोकेशनल कोर्स प्रारंभ होंगे तथा साइंस की पढ़ाई भी प्रारंभ होगी. इस कॉलेज में अब तक आ‌र्ट्स एवं कॉमर्स की पढ़ाई होती थी. मालूम हो कि इस कॉलेज का कायाकल्प करने के लिए प्राचार्या डॉ. मुदिता चंद्रा ने योगदान के साथ ही प्रयास तेज कर दिए थे. कॉलेज को पूर्ण कॉलेज का दर्जा दिलाने तथा यहां की व्यवस्था को बदलने का प्रयास लगातार कर रही थी. अब यह सफलीभूत होता भी दिख रहा है. मालूम हो कि इस कॉलेज का पहली बार नैक टीम मूल्यांकन 19 व 20 जून को करेगी.

टाटा स्टील ने गोलमुरी सर्कर्स मैदान में कॉलेज के लिए नया कैंपस बनाने की हरी झंडी दे दी है. इसके लिए 2.25 एकड़ जमीन भी कॉलेज को मिल चुकी है. बस कंपनी राज्यपाल के अनुमोदन का इंतजार कर रही है. - डॉ. मुदिता चंद्रा, प्रिंसिपल, एबीएम कॉलेज, गोलमुरी.

मुख्यमंत्री भी प्रयासरत

एबीएम कॉलेज गोलमुरी जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र का एकमात्र डिग्री कॉलेज है, जहां छात्र-छात्राएं दोनों पढ़ते हैं. इस कॉलेज के उत्थान को मुख्यमंत्री रघुवर दास भी प्रयासरत है. गोविंदपुर, टेल्को, रहड़गोड़ा, बारीगोड़ा, टिनप्लेट, गोलमुरी, बारीडीह, बिरसानगर आदि क्षेत्रों से यहां छात्र-छात्राएं पढ़ने आती है.

टिनप्लेट से गोलमुरी चौक तक बनेगा नया रास्ता

हल्के वाहन के लिए टाटा स्टील टिनप्लेट से गोलमुरी चौक तक नया रास्ता का निर्माण करेगी. यह निर्माण एबीएम कॉलेज के नए कैंपस के निर्माण के साथ ही प्रारंभ हो जाएगा. इस रास्ते हल्के वाहनों का आना-जाना हो सकेगा. मुख्य रास्ता भारी वाहन के लिए पूर्ण रूप से छोड़ दिया जाएगा. यह रास्ता एबीएम कॉलेज और दूरदर्शन केंद्र के बीच से होगा.

बनेगा कार पार्किंग

एबीएम कॉलेज के सामने ही कार पार्किंग बनेगा. इसमें 60 कार एक साथ खड़े हो सकते हैं. इसकी भी योजना टाटा स्टील ने तैयार कर रखी है.

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Posted By: Kishor Kumar