क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: राजधानी व आसपास के इलाकों से आग में बुरी तरह झुलसकर लोग इलाज के लिए रिम्स पहुंचते हैं. लेकिन यहां उनका दर्द कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है. 41 डिग्री टेंपरेचर में बर्न के मरीज और ज्यादा झुलस रहे हैं. वहीं वार्ड में लगी एसी जवाब दे चुकी है. इससे मरीजों का दर्द दोगुना हो गया है. इसे लेकर परिजनों और नर्स ने भी संबंधित विभाग के अधिकारियों के पास गुहार लगाई है. लेकिन किसी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती. यही वजह है कि आग से झुलसे मरीजों को राहत मिलने की कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है.

बर्न के मरीजों को होती है जलन

हॉस्पिटल के बर्न वार्ड में दो दर्जन मरीज एडमिट रहते हैं, जहां आग से झुलसे मरीजों का इलाज किया जाता है. ऐसे में वहां पर 60-70 परसेंट तक झुलसे मरीजों को इलाज के लिए लाया जाता है. वहीं आग में झुलसे मरीजों को जलन भी काफी होती है, जिन्हें राहत देने के लिए एसी की जरूरत है. लेकिन वार्ड में केवल एक एसी काम कर रहा है. बाकी के एसी फेल हो जाने के कारण मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. यह देख परिजन हाथ पंखा से मरीजों को राहत पहुंचा रहे हैं.

प्रबंधन बेफिक्र, 6 में 5 एसी खराब

बर्न वार्ड में मरीजों की संख्या शायद ही कभी कम होती है. ऐसे में वहां पर हमेशा मरीजों की भीड़ होती है. इसके बावजूद वार्ड में लगी छह में से पांच एसी खराब हैं. इसकी कई बार लिखित में भी कंप्लेन की जा चुकी है. लेकिन बर्न वार्ड की एसी को बनाने को लेकर कोई गंभीर नहीं है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रबंधन को बर्न के मरीजों के दर्द की कितनी परवाह है.

आईसीयू में लगा एसी भी शोपीस

हॉस्पिटल के आईसीयू में क्रिटिकल मरीजों का इलाज होता है. वहीं उन्हें भी प्रॉपर केयर की जरूरत होती है. साथ ही वहां एसी रहने से मरीजों को राहत मिलती है. वहीं, रिम्स के आईसीयू में एसी तो है लेकिन वह काम नहीं करती. जिससे कि आईसीयू के मरीज भी गर्मी में झुलस रहे हैं. वहीं कई जगहों पर तो पंखे भी नहीं चल रहे हैं.

अधिकारियों की एसी नहीं होती खराब

हॉस्पिटल में सभी अधिकारियों में एसी लगी है. वहीं कई अधिकारियों के चैंबर में तो दो-दो एसी भी इंस्टाल की गई हैं ताकि साहब को गर्मी से दिक्कत न हो. वहीं हल्की भी परेशानी आने पर तत्काल उसे ठीक करा दिया जाता है. लेकिन वार्ड में लगी एसी को लेकर अधिकारियों को भी कोई चिंता नहीं है. आखिर उनके चैंबर का एसी कभी फेल जो नहीं होता, इसलिए उन्हें मरीजों का दर्द कैसे महसूस होगा.

वर्जन

हमने बर्न वार्ड से लेकर सभी वार्डो में खराब पड़ी एसी को दुरुस्त करने को कहा है. इसके लिए रिम्स और प्राइवेट इलेक्ट्रिकल स्टाफ को भी लगाया गया है, जिसे 10 दिनों के अंदर एसी में जो भी दिक्कत है उसे दूर करना है. इसके बाद मरीजों को दिक्कत नहीं होगी. चूंकि कंपनी के चक्कर में प्रॉसेस लंबा होगा. इसलिए हमने लोकल लेवल पर ही इसे ठीक कराने का आदेश दिया है.

डॉ. डीके सिंह, डायरेक्टर, रिम्स

Posted By: Prabhat Gopal Jha