Kanpur : रेलवे चोर दरवाजों से पैसेंजर्स की जेब तो बराबर काट रहा है लेकिन किसी भी मौसम में उन्हें फैसिलिटीज नहीं दे पाता है. सर्दियों में कोहरे की मार के बाद अब पैसेंजर्स को गर्मी की मार झेलने पड़ रही है. आम ट्रेनें तो दूर शताब्दी और राजधानी ट्रेनों के भी एसी खराब होने का सिलसिला शुरू हो गया है. हजारों रुपए किराया खर्च करने के बाद भी पैसेंजर्स चैन की नींद नहीं सो पाते हैं. ट्रेनों से उतरकर उन्हें हंगामा करना पड़ता है. हर साल एसी खराब होने की सैकड़ों घटनाओं के बावजूद रेलवे ने कोई स्टेप नहीं लिया है. यानि इस गर्मी भी रेलवे पैसेंजर्स को 'सफर' करना पड़ेगा.


हंगामा करना पड़ता हैराजधानी ट्रेनों के एसी फेल होने का सिलसिला सैटरडे शाम शुरू हुआ। कानपुर सेंट्रल से गुजरने वाली डिबरूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस के  बी-2 कोच का एसी खराब हो गया। कई घंटे तक पसीना बहाने के बाद भी जब एसी ठीक नहीं हुआ तो पैसेंजर्स ने सेंट्रल पर हंगामा किया। पैसेंजर्स का आरोप था कि कम्पलेन करने के बाद भी मैकेनिक को नहीं भेजा गया। एसी बिना ठीक करे ही ट्रेन को आगे बढ़ा दिया गया। कोच में बैठना मुश्किल हो रहा था इसलिए मजबूरन चेन पुलिंग करनी पड़ी। हंगामा होते ही अधिकारियों को ड्यूटी याद आ गई। अधिकारियों ने पैसेंजर्स को शांत कराकर एसी ठीक कराने का आश्वासन दिया।18 पोस्ट, 26 टेक्नीशियन


कानपुर सेंट्रल और यहां से गुजरने वाली सभी ट्रेनों के एसी के मेंटीनेंस के लिए स्टाफ की कोई कमी नहीं है। इस बात का दावा करने वाले इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि रेलवे की तरफ से यहां के लिए टेक्नीशियन की तकरीबन 18 पोस्ट सेंक्शन हैं लेकिन मौजूदा समय में 26 टेक्नीशियन काम कर रहे हैं। इसके बावजूद एसी खराब होने के घंटों बाद भी मेंटिनेंस के लिए कोई मौके पर नहीं पहुंचता। रिपेयरिंग नहीं बदलना मांगता

आई नेक्स्ट ने बार-बार एसी खराब होने के पीछे की पड़ताल की तो पता चला कि ज्यादातर ट्रेनों में काफी पुराने एसी लगे हुए हैं। कई की हालत तो एकदम जर्जर हो चुकी है। जरा सा लोड बढ़ते ही वो हांफने लगते हैं। लेकिन बदलने के बजाए बार-बार रिपेयरिंग कर काम चलाया जा रहा है। कालका मेल, फरक्खा एक्सप्रेस, हावड़ा राजधानी, लखनऊ स्वर्ण शताब्दी और सियालदह राजधानी में लगे हुए कई एसी जर्जर हालत में हैं। इन ट्रेनों के एसी को चेंज कराने के लिए कई बार एप्लीकेशन भी दी जा चुकी है लेकिन रेलवे ने अब तक कोई डिसिजन नहीं लिया है। इसका खामियाजा पैसेंजर्स को पसीना बहाकर उठाना पड़ रहा है। फॉर योर हेल्पहंगामा नहीं, ये करें ट्रेन का एसी खराब होने की स्थिति में पैसेंजर्स हंगामा करने के बजाय लीगल प्रोसेस को फॉलो करें तो ज्यादा बेहतर होगा। - एसी खराब होने की कम्पलेन फौरन ही ट्रेन में रखे कम्पलेन रजिस्टर में दर्ज कराएं। - इसके साथ ही अपनी बुक्ड टिकट पर ट्रेन के टीटी से मनी रिफंड के लिए एप्लाई कर दें। - यात्रा पूरी होने के बाद भी पैसेंजर नार्मल कोच और एसी कोच के किराये के डिफरेंस की रकम वापस ले सकता है। ई-टिकट तो क्लेम लेना आसान

अगर आपने ने आईआरसीटीसी की अपनी पर्सनल आईडी से टिकट बुक कराया है। और जर्नी के दौरान आपकी ट्रेन का एसी खराब हो जाए तो आपके लिए क्लेम लेना ज्यादा आसान है। इसके लिए सिर्फ आपको जर्नी करते वक्त एसी खराब होने की एक कम्पलेन करनी होगी। इसके बाद ऑन लाइन प्रॉसेस को फॉलो करना होगा। वेबसाइट पर रिफंड और फाइल टीडीआर नाम के दो आइकन शो करते हैं। इसमें से फाइल टीडीआर आइकन पर क्लिक करके एसी फेल्योर पर मार्क करना होता है। बस आपका पैसा आपके बैंक खाते में कुछ वर्किंग डेज में पहुंच जाएगा।

Posted By: Inextlive