- बादशाहनगर चौराहे के पास हुई घटना

- मां-बेटे को रौंदते हुए झोपड़ी में घुसी कार

- पीछे बनी झोपडि़यां हुई क्षतिग्रस्त, दहशत में नाले में कूदे लोग

- पुलिस ने कार ड्राइव कर रहे कथित पत्रकार को किया अरेस्ट, घायल एडमिट

LUCKNOW: शुक्रवार सुबह के ब्.क्भ् बज रहे थेमहानगर के बादशाह नगर स्थित सचिवालय कॉलोनी नाले के बगल में बनी एक दर्जन झोपडि़यों में रहने वाले बाशिंदे औरों की तरह गहरी नींद के आगोश में डूबे हुए थेइसी दौरान एक तेज आवाज ने वहां सो रहे सभी लोगों को दहला दियादरअसल, एक इंडिगो कार बेकाबू होकर फुटपाथ पर सो रहे मां-बेटे माया देवी और रवि को रौंदते हुए पीछे बनी झोपड़ी में जा घुसी। कार की चपेट में आकर भीतर सो रहा माया का पोता विकास भी गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा इतना भयावह था कि माया और रवि के शरीर के चीथड़े हो गए। जानकारी मिलने के करीब आधे घंटे बाद पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। लेकिन, इसके बाद जो हुआ वह पूरी इंसानियत को शर्मसार करने के लिये काफी था। माया और रवि के शरीर से अलग हुए मांस के कुछ लोथड़े घटनास्थल पर ही पड़े रह गए। लोगों ने पुलिसकर्मियों से मांस के लोथड़ों को भी मच्र्युरी भिजवाने की मांग की। पर, वहां मौजूद कॉन्सटेबल आरके शुक्ला उन लोगों पर ही भड़क उठा और उन्हें गालियां देना शुरू कर दिया। बताया जाता है कि कॉन्सटेबल शुक्ला ने उन मांस के लोथड़ों को खुद ही समेटा और झोपडि़यों के पीछे बह रहे नाले में फेंक दिया। उसकी इस हरकत को वहां मौजूद लोगों के गुस्से को धधका दिया। लोगों ने फैजाबाद रोड जाम कर दी और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जानकारी मिलने पर पहुंचे सीओ राजेश श्रीवास्तव और एसीएम-भ् कुंवर पंकज ने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर जाम खुलवा दिया। फिलहाल पुलिस ने कार चला रहे कथित पत्रकार कृष्ण कुमार शर्मा को गैर इरादतन हत्या की एफआईआर दर्ज कर अरेस्ट कर लिया है।

मच गया कोहराम

महानगर एरिया स्थित बादशाहनगर चौराहे के पास उत्तर प्रदेश तराई बीज निगम का दफ्तर है। इसके ठीक सामने रोड के दूसरी तरफ बहने वाले नाले के किनारे एक दर्जन परिवार झोपड़ी बनाकर रहते हैं। यहीं केशवराज पत्नी माया, बेटों रवि, अजय व रच्चू के साथ झुग्गी में रहता है। कर्नाटक के बंगलुरू का रहने वाला केशव ब्0 साल पहले राजधानी में आकर बसा था और करीब ख्0 साल से वहीं पर झोपड़ी बनाकर रह रहा था। बीती रात भीषण गर्मी के चलते माया और बेटा रवि झोपड़ी के सामने बने फुटपाथ पर सो रहे थे। इसी दौरान सुबह के करीब सवा ब् बजे पॉलीटेक्निक चौराहे की ओर से आ रही इंडिगो कार (यूपीफ्ख्ईवाई/ब्म्ख्0) अचानक बेकाबू हो गई और जमीन पर तिरपाल बिछाकर सो रही माया और रवि को रौंदते हुए बाउंड्री वॉल के पार झोपड़ी में जा घुसी। सुबह अचानक हुए इस दर्दनाक हादसे से वहां कोहराम मच गया।

ब्लास्ट समझ नाले में कूदे लोग

इस हादसे में माया देवी व रवि ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि, गंभीर रूप से घायल विकास अचेत हो गया। पड़ोस की झोपड़ी में घटना के वक्त मौजूद अर्जुन ने बताया कि उन लोगों ने समझा कि किसी झोपड़ी में रखे सिलिंडर में ब्लास्ट हुआ है, जिसकी दहशत में वह अपनी माता-पिता और बहन के साथ नाले में कूद पड़ा। चीखपुकार सुनकर वहां पहुंचे लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। जानकारी मिलने के करीब आधे घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल विकास और शांति देवी को ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। जहां शांति को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। सीओ महानगर राजेश श्रीवास्तव के मुताबिक, कार गुडंबा निवासी कृष्ण कुमार शर्मा ड्राइव कर रहा था। जिसे मृतका माया के पति केशराज की तहरीर पर गैरइरादतन हत्या की एफआईआर दर्ज कर अरेस्ट कर लिया गया। कार में बैठे उसके साथियों अविनाश सिंह और फैजाबाद निवासी वीरेंद्र पांडेय को भी कस्टडी में लिया गया है, जिनसे घटनाक्रम के बारे में पूछताछ की जा रही है।

जाको राखे साइयां

मृतका माया देवी के पति केशराज ने बिलखते हुए बताया कि बीती रात वह भी वाइफ और बेटे रवि के साथ फुटपाथ पर ही सोए थे। पर, पोते विकास को तेज बुखार था। रात करीब फ्.ब्भ् बजे विकास रोने लगा। जिसे सुनकर वह वहां से उठकर झोपड़ी में विकास के बगल में लेट गए। अभी उनके नींद लगी ही थी कि, कार माया और रवि को रौंदते हुए उनकी झोपड़ी में आ घुसी। कार की टक्कर से वह नाले में जा गिरे। वहां मौजूद लोग चर्चा कर रहे थे कि अगर विकास न रोया होता तो केशराज भी वहां से न उठता और माया व रवि की ही तरह कार की चपेट में आ जाता पर, किस्मत को यह मंजूर न था और उनकी जान बच गई।

क्या है सजा का प्रावधान

पुलिस ने कार ड्राइव कर रहे कृष्ण कुमार शर्मा के खिलाफ आईपीसी की धारा फ्0ब् (गैर इरादतन हत्या) के तहत एफआईआर दर्ज कर उसे अरेस्ट कर लिया। लखनऊ बार एसोसिएशन के महामंत्री एडवोकेट सुरेश पांडेय ने बताया कि धारा फ्0ब् के तहत दोषी पाए जाने पर आरोपी को कम से कम क्0 साल और अधिक से अधिक आजीवन कारावास की सजा दी जा सकती है। इसके साथ ही एक्सीडेंट में मरने वाले शख्स के परिजन अगर मुआवजे का क्लेम करते हैं तो उसे इंश्योरेंस कंपनी की बजाय आरोपी को खुद ही देना पड़ेगा।

सीओ और एसीएम ने दिये अंतिम संस्कार के लिये रुपये

हंगामे की सूचना मिलने पर पहुंचे सीओ राजेश श्रीवास्तव और एसीएम-भ् कुंवर पंकज को वहां मौजूद लोगों ने बताया कि मृतक माया और रवि के परिजन बेहद गरीब हैं। यह सुनकर सीओ श्रीवास्तव और एसीएम-भ् पंकज ने माया के पति केशराज को उन दोनों के अंतिम संस्कार के लिये रुपये दिये। महानगर पुलिस के व्यवहार से आहत लोगों ने सीओ श्रीवास्तव और एसीएम पंकज के बर्ताव की तारीफ की।

पहले भी मौत बनकर दौड़ चुकी हैं गाडि़यां

अगस्त ख्0क्ब्: हजरतगंज में बैकुंठ धाम मार्ग में रोडवेज बस ने स्कूटर की स्टेपनी बदल रहे सलमान को रौंदा, मौत

दिसंबर ख्0क्फ्: ठाकुरगंज में अंधे की चौकी पर बेकाबू ट्रक ने रोड किनारे खड़े शीबू को कुचला, मौत

सितंबर ख्0क्फ्: मडि़यांव के डिडौली के पास अनियंत्रित कार फुटपाथ पर स्थित पान की गुमटी में घुसी, दुकानदार दीपक की मौत

फरवरी ख्0क्फ्: सरोजनीनगर के शहीद पथ तिराहे के पास फुटपाथ पर सो रही प्रीति व उसके पिता रघुनाथ को ट्रक ने रौंदा, मौत

नवंबर ख्0क्ख्: बंथरा कस्बे में तेजरफ्तार ट्रक ने सवार का इंतजार कर रहे शीवेश को कुचला, मौत

जुलाई ख्0क्ख्: चिनहट के गहमरकुंज में फैजाबाद रोड तेजरफ्तार कार ने फुटपाथ पर मिट्टी के बर्तन बेच रहे कुम्हार दीनानाथ को कुचला, मौत

मार्च ख्0क्ख्: कैसरबाग स्थित कलेक्ट्रेट के पास तेजरफ्तार हाफ डाला ने फुटपाथ पर सो रहे रिक्शा चालक मनोहर को रौंदा, मौत

Posted By: Inextlive