यूपी बोर्ड में एक-एक आंसर शीट का रखा जाएगा हिसाब

यूपी बोर्ड में इस बार सीरीज में रखी जाएंगी कापियां

कॉपियों में होने वाली हेराफेरी को रोकने के लिए दिए गए निर्देश

>Meerut। 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में नकल पर नकेल कसने के लिए इस बार यूपी बोर्ड पूरी तैयारी कर रहा है। इसके मद्देनजर इस बार हरेक आंसर शीट का हिसाब और ब्यौरा भी तैयार किया जाएगा। यही नहीं, इस बार आंसर शीट्स को क्रमवार भेजा जा रहा है इसके साथ ही केंद्रों को इनका पूरा लेखा-जोखा क्रमवार ही रखना होगा। परीक्षा के दौरान आंसर शीट की फेरबदल या एग्जाम सेंटर के बाहर कापी लिखे जाने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए बोर्ड ने यह फैसला िलया है।

ये निर्देश होंगे लागू

पहली बार सभी जिलों में क्रम के अनुसार आंसर शीट भेजने की व्यवस्था की गई है।

सभी जिलों में भेजी गई आंसर शीट को बोर्ड परिषद क्रमानुसार रजिस्टर में दर्ज करेंगे।

हर जिले में किस क्रम की कॉपियां भेजी गई है इसका भी डेट वाइज पूरा ब्यौरा तैयार किया जाएगा ।

परीक्षा केंद्रों पर भी एक बंडल की आंसर शीट खत्म होने के बाद ही दूसरा बंडल खोला जाएगा।

इसके तहत पहले रजिस्टर में सेंटर का नाम, संख्या, किस क्रमांक से किस क्रमांक तक की आंसर शीट, प्राप्त होने की डेट, कुल आंसर शीट प्राप्त होने की संख्या का ब्यौरा दिया जाएगा ।

परीक्षा केंद्र पर कॉपियों का वितरण करने वाले परीक्षक को रजिस्टर में अपने हस्ताक्षर, पूरा नाम, पदनाम लिखना अनिवार्य होगा।

डीआईओएस की टीम समय-समय पर आंसरशीट्स के रजिस्टर की तत्काल जांच करेगी।

अगर किसी बंडल में कॉपियों का क्रमांक मैच नहीं करता है, तो इसकी सूचना तत्काल बोर्ड के क्षेत्रीय सचिव व सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद को दी जाए।

किसी भी सूरत में क्रमांक के ऊपर ओवर राइटिंग, कटिंग या फ्लूड का प्रयोग नहीं होगा।

अनुपस्थित परीक्षार्थियों की आंसर शीट का ब्यौरा डीआईओएस को दिया जाएगा।

स्टूडेंट्स को अपनी आंसर शीट के हर पेज पर अपना रोल नंबर और आंसर शीट नंबर अनिवार्य रूप से लिखना होगा। इसकी जिम्मेदारी केंद्र व्यवस्थापक और कक्ष निरीक्षक की होगी।

बोर्ड एग्जाम में आंसर शीट्स की गोपनीयता और शुचिता को लेकर इस बार काफी सख्ती बरती जा रही है। सभी नियमों का पालन किया जाएगा।

गिरजेश चौधरी, डीआईओएस

Posted By: Inextlive