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Ranchi : प्रधानमंत्री जन-धन योजना की शुरुआत ख्8 अगस्त को पूरे देश में एक साथ की गई। रांची में भी इस योजना की शुरुआत ख्8 अगस्त को केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान द्वारा किया गया। इस योजना के तहत राज्य के हर व्यक्ति (जिसका कोई अकाउंट नहीं है) का अकाउंट खोलने का लक्ष्य रखा गया है। झारखंड में इस योजना को एग्जीक्यूट करने के लिए बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाली स्टेट लेवल बैंकर्स कमिटी (एसएलबीसी) को नोडल एजेंसी बनाया गया है। एसएलबीसी के संयोजक सह बैंक ऑफ इंडिया के महाप्रबंधक जैन भूषण ने बताया कि कैसे झारखंड में इस योजना के तहत अकाउंट खोलने की तैयारी है।

ख्8 अगस्त तक भ् लाख म्87 अकाउंट्स खुले

श्री जैन भूषण ने बताया- हमलोगों ने झारखंड में क्म् अगस्त से ही अकाउंट खोलना शुरू कर दिया था। इस योजना की शुरुआत के दिन (ख्8 अगस्त) तक झारखंड में भ् लाख म्87 अकाउंट्स खुल चुके थे। सिर्फ ख्8 अगस्त को क् लाख फ्म् हजार अकाउंट्स खोले गए। ऐसा आज तक के बैंकिंग इतिहास में पहली बार हुआ कि सिर्फ एक दिन में इतने अकाउंट्स खुले हों। हर बैंक अमूमन हर दिन चार से पांच नए बैंक अकाउंट्स खेलते हैं, लेकिन इस योजना के तहत एक दिन में एक बैंक ने एवरेज भ्ब् अकाउंट्स खोले हैं। इस योजना के तहत बैंक ऑफ इंडिया ने क् लाख क्फ् हजार, झारखंड ग्रामीण बैंक 7भ् हजार, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 7ब् हजार, इलाहाबाद बैंक ने ब्7 हजार अकाउंट्स खोले हैं।

ब्ब्ख्फ् पंचायतों को सब-सर्विस एरिया बनाया गया

प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत अकाउंट्स खोलने के लिए झारखंड की ब्ब्ख्फ् पंचायतों को सब-सर्विस एरिया बनाया गया है। इन सभी पंचायतों में प्रज्ञा केंद्र पर लोगों का अकाउंट खोला जाएगा। इन सभी पंचायतों को मॉनिटर करने के लिए जिला लेवल पर सब-सर्विस एरिया बनाया गया है। अलग-अलग बैंक को अलग-अलग डिस्ट्रिक्ट में बांट दिया गया है, जो अकाउंट खोलने का काम कर रहे हैं। अकाउंट खोलने के लिए प्राइवेट एजेंसी को भी लगाया गया है।

झारखंड में क्00 परसेंट टारगेट पूरा करेंगे

श्री जैन भूषण ने कहा- हमलोगों ने इस योजना के तहत अकाउंट खोलने के लिए झारखंड सरकार से भी सहयोग मांगा है। सरकार से हमने अग्राह किया है कि जिस एरिया में सरकार की योजना चल रही है और जहां के लोगों का अकाउंट नहीं है, उनका डेटा दिया जाए। हमलोग हर ग्रामीण क्षेत्र में जाकर कैंप लगाकर लोगों को बैंक के साथ जोड़ेंगे। हमलोग झारखंड में क्00 परसेंट लोगों को इस योजना के साथ जाेड़ेंगे।

सभी बैंकों को पूरा करना है टारगेट

श्री भूषण ने बताया कि इस योजना को सफल बनाने के लिए हर बैंक अपना टारगेट पूरा कर रहा है। झारखंड में जितने भी बैंकों की ब्रांचेज हैं, वो सभी अपने-अपने तरीके से इस योजना से जुड़कर काम कर रहे हैं। इस योजना को सही तरीके से मॉनिटर करने के लिए एक सिस्टम भी शुरू किया जा रहा है। बैंक के पुराने ऑफिसर्स, जो रिटायर हो चुके हैं, उनके अनुभव को इस योजना की मॉनिटरिंग के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

Posted By: Inextlive