छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : कोयले की तस्करी को लेकर आदित्यपुर व जमशेदपुर में चल रही गैंगवार पर नकेल कसने में पुलिस को सफलता मिली है। गैंगवार में हुए सत्यदेव यादव की हत्या की गुत्थी जमशेदपुर पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में तीन अपराधियों को हथियार के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अपराधियों से पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि कोयले के अवैध कारोबार पर कब्जा जमाने व दहशत फैलाने के लिए ही सत्यदेव की हत्या कर दी गई थी। गौरतलब है कि अपराधियों ने टाटा स्टील के कर्मचारी सत्यदेव की 15 सितंबर की रात गोली मारकर हत्या कर दी थी।

पार्वती घाट के पास से गिरफ्तारी

एसएसपी अमोल वी होमकर के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली थी कि 25 दिसंबर की शाम जुगसलाई थाना एरिया में स्थित पार्वती घाट के पास कुछ अपराधी किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती के अफसर अली, हगडू उर्फ फिरोज उर्फ रसूल अली और इस्लामनगर के टिंकू उर्फ आशिक को गिरफ्तार कर लिया। इन अपराधियों के पास से एक नाइन एमएम का लोडेड देसी पिस्टल, एक प्वाइंट 315 का देसी पिस्टल, चार जिंदा कारतूस और चाकू भी मिला है।

इसी गैंग ने की थी हत्या

एसएसपी ने बताया कि टाटा स्टील के स्टाफ सत्यदेव यादव की हत्या मामले में पुलिस ने 18 सितंबर को पार्वती घाट के पास से शहजादा को गिरफ्तार किया था। 25 दिसंबर को पकड़े गए अपराधियों ने पूछताछ के दौरान सत्यदेव मर्डर केस में संलिप्त होने की बात स्वीकारी। एसएसपी ने कहा कि इस मर्डर केस में दो आरोपी अभी भी फरार है, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।

दहशत फैलाने की नीयत से हत्या

एसएसपी ने बताया कि सत्यदेव की हत्या की योजना शहजादा के साले अफसर खान ने बनाई थी। वह इस मर्डर केस का मास्टरमाइंड था। इन अपराधियों ने सत्यदेव की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी थी, ताकि कोयले के कारोबार पर वर्चस्व बनाने के साथ दहशत का माहौल बन सके। अफसर खान ने पुलिस को बताया कि मो शकील, मो बड़कू, मो कादिर, मो शहजादा, झगड़ू अली और मो बाबू के साथ मिलकर टिंकू उर्फ आशिक के कहने पर इस घटना को अंजाम दिया था.एसएसपी ने यह भी बताया कि इन अपराधियों ने एकबार फिर जुगसलाई थाना एरिया में फायरिंग कर दहशत फैलाने का प्लान बनाया था। वे डकैती की घटना को अंजाम देने के भी फिराक में थे।

आदित्यपुर में भी आतंक

पकड़े गए अपराधियों का सरायकेला-खरसांवा जिले के आदित्यपुर थाना एरिया में भी दहशत था। इस इलाके में फायरिंग समेत कई आपराधिक घटनाओं में इन अपराधियों की संलिप्तता रही है। इसके बाद इनका मकसद जमशेदपुर के कुछ इलाकों में वर्चस्व बनाने के लिए दहशत फैलाना था। इसी सिलसिले में जुगसलाई एरिया में हत्या की एक घटना को अंजाम दिया गया। इन अपराधियों के खिलाफ चाईबासा, आदित्यपुर, चांडिल और मानगो थाना में कई मामले दर्ज हैं।

Posted By: Inextlive