-कूड़ा निस्तारण करने वाली बसवार प्लांट की तीन मशीनें हरी-भरी ने कर दीं खराब

-कमिश्नर के आदेश पर गठित समिति ने सौंपी है रिपोर्ट

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PRAYAGRAJ: शहर की सफाई व्यवस्था में बाधक बनी हरी-भरी को हटाने के लिए शासन स्तर से संस्तुति की जा चुकी है। पिछले दिनों नगर विकास मंत्री द्वारा पांच लाख रुपए का जुर्माना लगाया जा चुका है। नगर निगम सदन पहले ही इसे हटाने का निर्णय सुना चुका है। मेयर भी कई बार फटकार लगा चुकी हैं। इसके बाद भी पता नहीं कौन सी ऐसी ताकत है, जो हरी-भरी पर आशीर्वाद बरसा रही है। आलम यह यह है कि बसवार प्लांट में तीन मशीनें खराब कर करोड़ों का चूना लगाने के बावजूद कोई एक्शन नहीं हो रहा है।

ध्वस्त कर दिया सिस्टम

डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के साथ ही 11 कूड़ा अड्डों से बसवार प्लांट तक कचरा ले जाने और फिर शहर से निकलने वाले कचरे को निस्तारित करने की जिम्मेदारी हरी-भरी के पास ही है। जबकि मशीनें और पूरा सिस्टम नगर निगम का है। नगर निगम ने व्यवस्था बनाने के लिए अपने सिस्टम को हरी-भरी को सौंपा था। लेकिन हरी-भरी ने पूरे सिस्टम को ही ध्वस्त कर दिया।

नहीं हुआ रिपोर्ट पर अमल

कुंभ मेला क्षेत्र में जो कूड़ा उत्पन्न हो रहा है, व जो कूड़ा मेला के दौरान उत्पन्न होगा, उसको बसवार प्लांट में डिस्पोजल के लिए भेजा जाना है। लेकिन बसवार प्लांट की मशीनों पर उठ रहे सवाल को देखते हुए कमिश्नर ने सितंबर अंत में छह सदस्यीय टीम बनाई थी। समिति में अपर जिलाधिकारी कुंभ मेला दयानंद, अखिलेश कुमार मिशन मैनेजर स्मार्ट सिटी, डा। अरुण कुमार नगर स्वास्थ्य अधिकारी, अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य के प्रतिनिधि, आरके द्विवेदी सिटी मिशन मैनेजर, एसके सिंह अधिशासी अभियंता नगर निगम प्रयागराज शामिल थे। कमिश्नर ने समिति को आदेश दिया था कि वह बताए कि प्लांट का संचालन किसके द्वारा किया जाए। समिति ने 30 अक्टूबर को अपनी रिपोर्ट सौंपी। जिसमें कई महत्वपूर्ण बातें कही गई। इसके बाद भी रिपोर्ट पर अमल नहीं हुआ।

बदहाल हैं मशीनें

प्री शार्टिग मशीन-ए :

इस मशीन में हरी-भरी कंपनी द्वारा चेन सिस्टम को समाप्त करके बेल्ट रोलर सिस्टम कर दिया गया है। मौके पर जेसीबी से कूड़ा लोड करके मशीन चलाने पर पाया गया कि रोलर एवं बेल्ट के ऊपर कूड़ा जा ही नहीं रहा था। एक स्थान पर बार-बार रुक रहा था।

प्री शार्टिग मशीन-बी :

प्री शार्टिग मशीन-बी भी निरीक्षण और जांच में बंद मिली थी। कम्पोस्ट मशीन नंबर-3 बंद मिली थी। इसके मूलभूत ढांचे को ही बदल दिया गया है।

मशीन नंबर-4:

यह मशीन ठीक है। लेकिन अपने मूलभूत स्वरूप में मौके पर बंद मिली।

कमिश्नर को सौंपी गई रिपोर्ट की महत्वपूर्ण बातें

-100 से 150 मिट्रीक टन कचरा ही निस्तारित कर पा रही हैं मशीनें

-प्लांट के टिपिंग एरिया, विंडोज एरिया और चारों ओर अधिक मात्रा में बिना निस्तारण के कूड़ा डम्प पाया जा चुका है।

-वर्तमान में प्लांट की क्षमता 600 मीट्रिक टन है। जबकि प्लांट तक प्रति दिन 400 मीट्रिक टन कचरा ही पहुंच रहा है।

-400 मीट्रिक टन कूड़े के सापेक्ष करीब 100 से 150 मीट्रिक टन कचरे का ही निस्तारण हो पा रहा है।

-खराब उपकरणों को पूरी तरह से दुरूस्त कर चालू हालत में लाए जाने के लिए करीब दो करोड़ की धनराशि खर्च हो सकती है।

हरी-भरी का पत्ता साफ करने का निर्णय ले लिया गया है, लेकिन इस पर धीरे-धीरे अमल किया जा रहा है। बसवार प्लांट पर पूरा फोकस है। मशीनों की मरम्मत का आदेश किया गया है।

-अभिलाषा गुप्ता नंदी

महापौर

नगर निगम प्रयागराज

Posted By: Inextlive