Allahabad: अल्ट्रासाउंड सेंटर्स की आड़ में भ्रूण लिंग परीक्षण करने वालों की खैर नहीं. ऐसे लोगों के खिलाफ हेल्थ डिपार्टमेंट ने कार्रवाई करने का मन बना लिया है. नेक्स्ट वीक से डिपार्टमेंट छापामार अभियान चलाकर पीएनडीटी एक्ट का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा.


नाराज है डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन डिस्ट्रिक्ट के अल्ट्रासाउंड सेंटर्स की गतिविधियों पर डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की नजर लंबे समय से टिकी हुई है। मानक के अनुरूप फैसिलिटी की कमी और भ्रूण लिंग परीक्षण की शिकायतों से नाराज होकर लास्ट मंथ खुद डीएम अनिल कुमार ने मीटिंग की। इसमें उन्होंने हेल्थ डिपार्टमेंट को ऐसे सेंटर्स के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था। सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा था कि ऑफिसर्स स्पॉट पर खुद जाकर देखें कि सेंटर्स पर क्या चल रहा है। उनके रिकाड्र्स चेक करके एडमिनिस्ट्रेशन को इसकी जानकारी दी जाए। खुद जाएंगे सीएमओ


अल्ट्रासाउंड सेंटर्स के खिलाफ मंडे से छापामार अभियान शुरू होगा। हेल्थ डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स के साथ खुद सीएमओ रमेश कुमार भी होंगे। इस दौरान सेंटर के रिकाड्र्स चेक होंगे। पत किया जाएगा कि पिछले महीनों में वहां कितने अल्ट्रासाउंड किए गए और इनके बाद कितनी महिलाओं की डिलीवरी किन हॉस्पिटल्स में कराई गई। अनियमितता पाए जाने पर संबंधित अल्ट्रासाउंड सेंटर्स के खिलाफ लाइसेंस कैंसिलेशन तक की कार्रवाई भी की जा सकती है। इसके अलावा मानक के अनुरूप वहां क्लीनिक है या नहीं, प्रोफार्मा, कमरे की साइज, एसी, सिटिंग स्टेप सहित दूसरी चीजों की भी जांच की जाएगी। 15 का लाइसेंस कैंसिल

बता दें कि इसके पहले खुद डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा डिस्ट्रिक्ट के 15 अल्ट्रासाउंड सेंटर्स के लाइसेंस कैंसिल किया जा चुका है। इनके खिलाफ शिकायत मिलने पर ऑफिसर्स ने जांच की और इसमें पाया गया कि इन सेंटर्स पर टेक्नीशियन सहित दूसरी कई चीजों की कमी मौजूद है। इसी को फॉलो करते हुए डीएम ने हेल्थ डिपार्टमेंट को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इनमें से दो सेंटर्स ने लिखित में ये भी दिया है कि उन्होंने मानक के अनुरूप न होने पर सेंटर पहले ही बंद कर दिया था।

Posted By: Inextlive