लार्वा मिलने पर विभाग करवाएगा एफआईआर

विभाग की बैठक में हुए कई फैसले

Meerut । अगर आपके घर, दफ्तर या विभाग में रखे पानी में लार्वा पनप रहा है, तो इसे हल्के में न लें। डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी के साथ ही यह आपको जेल की हवा भी खिला सकता है। वजह डेंगू जैसी बीमारी को रोकने के लिए विभाग इस बार काफी मुस्तैद है और डेंगू के कंटनेर सर्वे के दौरान धारा 188 लगाने का मन बना लिया है।

दूसरी बार में होगी कार्रवाई

वेक्टर बार्न डिजीज की रोकथाम के लिए विभाग ने 12 टीमों को तैयार किया है। इस दौरान 10 टीमें एंटी लार्वा स्प्रे और फॉगिंग में जुटी हैं। जबकि दो टीमें शहर को जोन में बांटकर कंटेनर सर्वे करेंगे। इस दौरान अगर पहली बार लार्वा मिलता है तो नोटिस दिया जाएगा। जबकि दूसरी बार में आईपीसी की धारा 188 के तहत 1000 रूपये जुर्माना या जेल या जेल और जुर्माना दोनों लगाया जा सकता है।

गठित होगी टास्क फोर्स

सीजनल बीमारियों के लिए नगर निगम, आईसीडीएस, पंचायती राज विभाग व वन विभाग को जल भराव और कूड़ा जनित जगहों को चिंहित कर स्वास्थ्य विभाग को बताना होगा। इनकी सफाई के लिए प्रशासन की ओर से स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। इसके अलावा एएनएम, आशाओं के द्वारा लोगों को, स्कूलों में बच्चों को व अस्पतालों में मरीजों को इन बीमारियों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

लार्वा ढूंढने के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। इस बार लार्वा मिलने पर एक्ट के नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

योगेश सारस्वत, डीएमओ, मेरठ।

बीमारियों को रोकने के लिए विभाग इस बार पूरी योजना तैयार कर रहा है। अस्पतालों को भी वार्ड और दवाइयों की व्यवस्था करने के लिए कह दिया गया है।

डॉ.राजकुमार, सीएमओ, मेरठ।

Posted By: Inextlive