-जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर डिफरेंटली एबल्ड स्टूडेंट्स में विश्व सफेद छड़ी दिवस का आयोजन

ALLAHABAD: जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर डिफरेंटली एबल्ड स्टूडेंट्स इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सोमवार को विश्व सफेद छड़ी दिवस का आयोजन किया गया। सफेद छड़ी दिवस पूरे विश्व में 15 अक्टूबर को दृष्टिबाधित लोगों को सफेद छड़ी द्वारा आत्मनिर्भर, स्वतंत्र और आत्मविश्वासी बनाने के लिए मनाया जाता है। वैसे तो छड़ी दृष्टिबाधित लोगों ने प्राचीन काल से उपयोग की है। लेकिन छड़ी पर सफेद रंग लगाने का प्रचलन 1930 के दशक से बढ़ा। क्योंकि इस रंग की छड़ी का उपयोग करने वालों के प्रति समाज में संवेदनशीलता तभी से बढ़ी।

सहानुभूति नहीं संवेदनशीलता चाहिए

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की भूमिका में इविवि मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो। योगेश्वर तिवारी ने कहा कि सफेद छड़ी समाज की उनके प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता को भी प्रतिबिंबित करती है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को समाज की सहानुभूति नहीं बल्कि संवेदनशीलता चाहिए। विशिष्ट अतिथि डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर हर्ष कुमार ने कहा कि डिजिटल टेक्नोलॉजी के माध्यम से दिव्यांगता से पैदा होने वाली नि:शक्तता को खत्म किया जा सकता है।

सेंटर के लिए मंत्रालय को भेजा प्रस्ताव

इस मौके पर नेहरू सेंटर में 25 लाख से अधिक के नवीन उपकरणों स्मार्ट क्लासरूम, ई बुक्स, कम्प्यूटर स्कैनर आदि छात्रों को समर्पित करने हेतु उद्घाटन किया गया। सेंटर समन्वयक प्रो। आलोक प्रसाद ने कहा कि कुलपति ने विकलांग छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए डीफिल के एडमिशन में प्रत्येक विभाग में विकलांग छात्रों के लिए एक अतिरिक्त सीट का प्राविधान कर दिया है जो किसी अन्य विवि में नहीं है। उन्होंने बताया कि विवि ने सेंटर फॉर डिसेबिलिटी स्टडीज के लिए विस्तृत प्रस्ताव यूजीसी और एमएचआरडी को भेज दिया है और अब शीघ्र ही यह सेंटर प्रारंभ हो जाना चाहिए। कार्यक्रम में प्रो। सिद्धनाथ, अच्युतानंद मिश्रा, देवी प्रसाद गुप्ता, नारायण सिंह, अंजुल कुमार, मुकेश, देवेंद्र गुप्ता, विशाल, अंजली आदि ने भाग लिया।

Posted By: Inextlive