कचहरी व हाईकोर्ट के पास भारी संख्या में पुलिस के साथ ही पीएसी और आरएएफ रही तैनात

ALLAHABAD: जिला कचहरी के अधिवक्ता राजेश कुमार श्रीवास्तव की निर्मम हत्या के बाद भले ही गुरुवार को थोड़ी देर के लिए शहर का माहौल खराब हो गया था, लेकिन आशंकाओं के बीच शुक्रवार को अधिवक्ताओं का प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से हुआ। साथी अधिवक्ता की हत्या के विरोध में वकीलों के होने वाले प्रदर्शन के दौरान हंगामा और बवाल की आशंका को देखते हुए कचहरी और उसके आस पास के एरिया कटरा, मनमोहन पार्क, लक्ष्मी टाकीज चौराहा के पास भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। दिवंगत अधिवक्ता के रामबाग स्थित घर के पास और हाईकोर्ट के आसपास पुलिस, पीएसी और आरएएफ को तैनात किया गया था। हत्या के बाद वकीलों के गुस्से के बाद शुरू हुए तोडफोड़ व आगजनी की घटनाओं को देखते हुए शुक्रवार को पुलिस प्रशासन की तरफ से एहतियात के तौर पर फोर्स को तैनात किया गया था। एडीजी एसएन साबत और आइजी रमित शर्मा मामले में खुद मोर्चा संभालते हुए सुरक्षा व्यवस्था का जायला लेने के लिए शहर में गश्त पर निकले। हालांकि शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान कोई घटना या हादसा नहीं होने के कारण पुलिस अधिकारियों को भी राहत मिली।

रात में ही तैनात कर दी फोर्स

गुरुवार को हुई घटना के बाद रात में ही रामबाग में वकील के घर और आरोपी प्रदीप जायसवाल के होटल के पास किसी भी बवाल की आशंका को देखते हुए विशेष सर्तकता बरती गई। कचहरी के आसपास एएसपी, सीओ और पांच थाना प्रभारियों को लगाया गया था। भारी संख्या में आरएएफ की तैनाती थी। पुलिसकर्मियों को हिदायत थी कि वह प्रदर्शन में खलल न डालें, जब तक तोड़फोड़, आगजनी जैसे हालात न बनें, पुलिस चुप रहे। ऐसा ही हुआ। वकीलों ने प्रदर्शन किया और शांति रही। सुबह एसएसपी आकाश कुलहरि ने गश्त कर सुरक्षा का जायजा लिया, लेकिन दोपहर तक उनके हटने का मैसेज आ गया। इसके बाद दोपहर में एडीजी एसएन साबत, आइजी रमित शर्मा ने कचहरी और हाईकोर्ट के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

Posted By: Inextlive