-आधार नम्बर की जगह वर्चुअल आईडी जेनरेट करने की शुरू हुई व्यवस्था में आ रही बाधा

-डेली वेबसाइट हैंग होने से सिर्फ तीस फीसदी ही बन पा रही है आईडी, पब्लिक हो रही परेशान

VARANASI

अगर आप आधार नम्बर की जगह 16 डिजिट की वर्चुअल आईडी जेनरेट करने की सोच रहे हैं तो इसमें समय लग सकता है। इसका कारण वेबसाइट में टेक्निकल प्रॉब्लम है। डेली कई बार वेबसाइट हैंग होने से पर्याप्त वीआईडी नहीं बन पा रही है। प्रॉसेस करते समय वेबसाइट बंद हो जाती है। जिससे पब्लिक की दिक्कत बढ़ जाती है। समस्या यहीं तक नहीं है। बैंक और पोस्ट ऑफिस में भी वर्चुअल आईडी बनवाने के लिए अप्लाई करने के दौरान वेबसाइट बंद हो जा रही है। इससे कर्मचारियों की भी परेशानी बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में कई बार लम्बी कतार लग जाती है। इस परेशानी के चलते फैक्ट यह है कि डेली सिर्फ 20 से 30 फीसदी वीआईडी ही जेनरेट हो पा रही है। ऐसे में वर्चुअल आईडी (वीआईडी) फिलहाल निराधार ही साबित हो रही है।

VID से आधार की जरूरत नहीं

दरअसल, अभी तक मोबाइल सिम, एडमिशन लेने, बैंक एकाउंट खोलने व स्कॉलरशिप के लिए आधार आथेंटिकेशन के लिए लोगों को अपना बायोमीट्रिक डाटा से आधार नंबर सत्यापित कराना पड़ता है। ऐसे में प्राइवेसी व डेटा लीक होने का खतरा भी बना रहता है, लेकिन भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूएआईएडी) ने एक जुलाई से आधार के आथेंटिकेशन के लिए फिंगर प्रिंट सत्यापित करने की जगह वर्चुअल आईडी जारी करने की व्यवस्था की है। इससे आधार के आथेंटिकेशन की जगह वर्चुअल आईडी नम्बर बताने पर सत्यापन हो जाएगा।

सिस्टम अपग्रेड फिर भी प्रॉब्लम

अफसरों के मुताबिक पहले यह व्यवस्था एक मार्च से लागू होनी थी, लेकिन बैंकों और पोस्ट ऑफिसेज का सिस्टम अपग्रेड होने के लिए तीन से चार महीने तक का समय दिया गया। इसके बाद एक जुलाई से वीआईडी सिस्टम लागू किया गया। आईटी एक्सपर्ट का कहना है कि अपग्रेड सिस्टम में प्रॉब्लम कम आनी चाहिए।

ऐसे जनरेट कर सकते हैं वीआईडी

- वेबसाइट resident.uidai.gov.in पोर्टल के होमपेज पर जाएं।

- इसके राइट साइड में दिए गए ऑप्शन जेनरेट योर वीआईडी पर क्लिक करें।

- जो पेज खुलेगा उस पर आधार नम्बर डालें।

-इसके बाद एक सिक्योरिटी कोड आएगा, उसे इंटर करें।

-इसके बाद आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा।

-ओटीपी नम्बर को डालते ही मोबाइल पर 16 अंकों का वीआईडी आ जाएगा।

हाईलाइटर

- वीआईडी की वैलिडिटी फिलहाल तय नहीं की गई है।

- यह व्यवस्था वैकल्पिक तौर पर लागू की गई है।

- आईटी एक्सपर्ट के मुताबिक वीआईडी से निजी डेटा लीक होने का खतरा नहीं होता है।

- वीआईडी रेंडमली जेनरेट होती है। इससे कोई दूसरा व्यक्ति आपकी जानकारियों का यूज नहीं कर सकेगा।

- अब बैंक, सरकारी विभाग आदि आधार की जगह वीआईडी लेने से इनकार नहीं कर सकेंगे।

- वीआईडी सिर्फ आधार आथेंटिकेशन के िलए ही बताया जा सकेगा।

एक नजर

94

फीसदी से ज्यादा बन चुके हैं आधार

22

बैंकों व पोस्ट ऑफिस से कर सकते हैं वीआईडी जेनरेट

16

अंकों की होती है वर्चुअल आईडी

5000

से ज्यादा लोग डेली करते हैं प्रॉसेस

1200 से 1600

तक वीआईडी ही डेली हो पा रही जेनरेट

बैंडविच स्लो होने के कारण यह समस्या आ रही है। वेबसाइट पर दबाव बढ़ने से वह लोड नहीं ले पा रही है। एक साथ ज्यादा लोग वीआईडी के लिए अप्लाई करेंगे तो प्रॉब्लम ही बढ़ेगी।

मनोज कुमार, नोडल अफसर

Posted By: Inextlive