-उच्चाधिकारियों की नाराजगी के बाद इंस्पेक्टर ने दर्ज की एफआईआर

-पहले तहरीर ने मिलने की बात कहकर आरोपी को छोड़ दिया था

BAREILLY: डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की मोर्चरी में शव की मुंह दिखाई के मामले में पुलिस ने आखिरकार थर्सडे एफआईआर दर्ज कर ली है। आईजी, एसएसपी व एसपी सिटी की फटकार के बाद कोतवाली में चौकी इंचार्ज डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की तहरीर पर प्राइवेट कर्मचारी और सरकारी कर्मचारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। इस मामले में वेडनसडे कोतवाली पुलिस ने खेल कर दिया था। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल चौकी में शिकायत के बाद प्राइवेट कर्मचारी को पकड़कर कोतवाली लाया गया था लेकिन उसे बिना कोई कार्रवाई किए थाने से छोड़ दिया गया था।

1 हजार रुपए की थी मांग

बता दें कि बिथरी चैनपुर थाना के तैय्यतपुर निवासी मुकेश से उसके भाई तेजपाल की पहचान कराने के नाम पर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर मौजूद राशिद ने 1 हजार रुपए मांगे थे। उसने हॉस्पिटल कर्मचारी राजेंद्र के इशारे पर रुपए लेने की बात कही थी। चौकी में शिकायत पर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने राशिद को पकड़ लिया था और उसे कोतवाली थाना भेज दिया गया था लेकिन चौकी में मौजूद चौकी इंचार्ज अपने स्थान से हिले नहीं थे। यहां तक कि वह सही से वर्दी में भी नहीं बैठे थे। उसके बाद पुलिस ने तहरीर न मिलने की बात कहकर आरोपी राशिद को छोड़ दिया था, जबकि राजेंद्र मोर्चरी के बाहर ही खड़ा होकर मामले को मैनेज करता रहा था।

आईजी ने लिया गंभीरता से

जब पुलिस के इस खेल के बारे में एसएसपी मुनिराज को पता चला तो उन्होंने कार्रवाई की बात कही थी। आईजी डीके ठाकुर ने भी मामले को गंभीरता से लिया और इस मामले में एसपी सिटी अभिनंदन सिंह से फोन पर कार्रवाई के निर्देश दिए। जिसके बाद थाना पुलिस ने मुकेश की तलाश की और फिर चौकी इंचार्ज की तहरीर पर राशिद और राजेंद्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली, लेकिन पुलिस ने अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की है।

Posted By: Inextlive