- ड्रोन से हॉस्टलों की हुई जांच, छत पर मिले पत्थर और बोतलें

- पूरी कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे आला अधिकारी, फोर्स को बेवजह बलप्रयोग न करने के आदेश

बीएचयू में आए दिन बवाल के दौरान चलने वाले ईट-पत्थर और पेट्रोल बम का राज बुधवार को खुला। पुलिस ने बुधवार को हॉस्टलों में घुसने से पहले ड्रोन से जांच कराई। इस दौरान अफसरों के होश उड़ गए। बिड़ला हॉस्टल की छत पर ईट-पत्थर और बोतलें बरामद हुई। फोर्स ने बारी-बारी सारा सामान कब्जे में ले लिया और सात हॉस्टल खाली करा दिए गए। पूरी कार्रवाई के दौरान डीएम-एसएसपी, एडीएम सिटी और एसपी सिटी मौजूद रहे।

हैरत में पड़ गये अफसर

देररात डीएम और एसएसपी ने छात्रों से बातचीत कर उन्हें समझाया था। इसके बाद बुधवार की सुबह से ही छात्रों ने हॉस्टल खाली करना शुरू कर दिया था। सुबह से भारी फोर्स भी बीएचयू में जमी हुई थी। खुद डीएम और एसएसपी मौजूद थे। कार्रवाई शुरू करने के पहले एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने ड्रोन कैमरे से जांच का सुझाव दिया। इसके बाद अफसरों ने ड्रोन से जांच के निर्देश दिए। जांच के दौरान अफसर हैरत में पड़ गए। सभी हॉस्टलों की छतों पर ईट-पत्थर जुटाकर रखे गए थे। बिड़ला हॉस्टल की छत पर बोतलें भी बरामद हुई। इसके बाद एसएसपी ने फोर्स को टुकडि़यों में हॉस्टल में घुसने का निर्देश दिया। फोर्स ने छतों से सारा सामान कब्जे में ले लिया।

बुधवार को पुलिस की कार्रवाई की आशंका से 90 फीसदी छात्रों ने हॉस्टल छोड़ दिए थे। डीएम सुरेंद्र सिंह और एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने फोर्स को स्पष्ट आदेश दिए थे कि छात्रों पर बेवजह बलप्रयोग न किया जाए। फोर्स ने भी सभी हॉस्टलों की एक-एक कर तलाशी ली और कमरों को सील कराया गया। डीएम ने कहा कि उपद्रवी छात्रों को चिह्नित किया जा रहा है। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

-----------------------------------------

कुछ उपद्रवियों के कारण बिगड़ रहा माहौल

डीएम सुरेंद्र सिंह ने बुधवार को पूरे समय पुलिस की कार्रवाई पर नजर रखी। जवानों से बातचीत के दौरान उन्होंने सभी को समझाया कि अपने छात्र जीवन को याद करें और यह जान लें कि मुट्ठी भर अराजक तत्व ही होते हैं जिनकी वजह से माहौल खराब होता है। उन्होंने जवानों को समझाया कि हर छात्र का अपना सेल्फ रिस्पेक्ट होता है। इसलिए बिना वजह किसी पर बलप्रयोग न किया जाए।

अफसरों ने छात्रों को दिए मोबाइल नंबर

डीएम ने कहा कि आखिर क्यों हर बवाल के दौरान बिड़ला और एलबीएस छात्रावासों का ही नाम आता है। उन्होंने बीएचयू प्रशासन को भी इसपर निगरानी रखने और उपद्रव करने वाले छात्रों को चिह्नित कर जिला प्रशासन को लिस्ट देने के लिए कहा। डीएम ने बताया कि छात्रों की आधे से ज्यादा समस्याएं संवादहीनता की वजह से हैं। उन्होंने और एसएसपी ने छात्रों को अपना नंबर दिया है ताकि किसी भी स्थिति में वह सीधे अपनी समस्याएं उनसे बता सकें।

छात्रों से करते हैं वसूली

डीएम ने बताया कि छात्रों से बातचीत में यह भी खुलासा हुआ कि उनके बीच कुछ अराजक तत्व वसूली और तमाम आपराधिक कृत्य करते हैं। डीएम ने कहा कि छात्रों के वेश में घूम रहे ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री का दौरा पूरा होने के बाद इन बवालियों पर नकेल कसी जाएगी।

-----------------------------------

छात्रावासों के बाहर बायोमीट्रिक

बीएचयू में बार-बार होने वाले बवाल पर अब प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। पिछले बवाल के दौरान भी कमिश्नर, डीएम और एसएसपी ने बीएचयू वीसी और अन्य बड़े पदाधिकारियों से लंबी बातचीत की थी। अबकी दो दिन चले बवाल के बाद प्रशासन ने बीएचयू को व्यवस्था में कुछ बदलाव करने का फरमान जारी किया है। डीएम सुरेंद्र सिंह ने बताया कि अवांछनीय तत्वों की आवाजाही रोकने के लिए बीएचयू के सभी छात्रावासों में बायोमीट्रिक मशीन लगाने को कहा गया है। इसके साथ छात्रावासों के गेट पर सीसीटीवी कैमरे लगाने को भी कहा गया है ताकि किसी भी उपद्रव की स्थिति में बवालियों को पहचाना जा सके। डीएम ने कहा कि छात्रावासों की छतों पर ताले लगाने को कहा गया है ताकि वहां आपराधिक गतिविधियां न हो सकें। वीसी के साथ जिला प्रशासन हर महीने बैठक करेगा।

बीएचयू को आईएमएस की सुरक्षा अलग से करने को भी कहा गया है ताकि वहां किसी प्रकार का बवाल न हो सके। सुरक्षा का जिम्मा रिटायर आईपीएस अधिकारी या किसी एक्सपर्ट को सौंपा जाएं। डीएम ने इसके साथ ही बीएचयू प्रशासन को भी चेताया कि ऐसा कोई काम न किया जाए जिससे छात्रों के भीतर नाराजगी आए और वह किसी प्रकार के प्रदर्शन या बवाल पर उतारू हों। मेडिकल छात्रों को अपनी समस्या के लिए डीएम ने तीन छात्रों की कमेटी बनाकर वीसी से मिलने को कहा है।

Posted By: Inextlive