- जिला गंगा कमेटियां हर महीने बैठक कर देखेंगी कार्यो की प्रगति

- डीएम होंगे जिला कमेटी के अध्यक्ष, बढ़ेगी गंगा पर निगरानी

मां गंगा की बदहाली दूर करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार चर्चा की है। नेशनल क्लीन गंगा मिशन के अंतर्गत गंगा तीरे बसे सभी जिलों में इस नदी की देखरेख अब और बेहतर ढंग से हो सकेगी। मिशन के अंतर्गत सभी जिलों में जिला गंगा कमेटी बनाने का आदेश दिया गया है। इस कमेटी की अध्यक्षता जिलों के डीएम करेंगे।

जलस्तर और प्रदूषण की हर दिन निगरानी

जिला गंगा कमेटी हर महीने बैठक कर गंगा के हालात पर रिपोर्ट दिल्ली भेजनी होगी। इसके साथ ही हर दिन नदी के जलस्तर, प्रदूषण का हाल जांचना होगा। इसके साथ ही जलीय जंतुओं और वनस्पति की स्थिति की जांच भी करनी होगी। वाराणसी में शहरी और शहर के बाहरी क्षेत्रों में हर दिन नदी के पानी की सैंपलिंग और इसमें प्रदूषण की जांच की जाएगी। नेशनल क्लीन गंगा मिशन के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर राजीव किशोर ने पत्र जारी कर यह जानकारी दी है।

बनेगी हाई लेवल टास्क फोर्स

सभी जिला गंगा कमेटियों के काम की निगरानी के लिए हाई लेवल टास्क फोर्स बनाई जाएगी। जिसकी अध्यक्षता कैबिनेट मंत्री करेंगे। यह टास्क फोर्स हर तिमाही जिलों का दौरा करेगी और कमेटियों के साथ बैठक कर उनके काम की समीक्षा भी करेगी। नमामि गंगे प्रोजेक्ट की तरफ से सभी जिलों को पांच लाख रुपये का ग्रांट भी दिया गया है।

पीएम ने मंच से कहा, बदलेंगे हालात

मंगलवार को बीएचयू के एम्फीथिएटर में सभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गंगा को लेकर योजनाओं का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि गंगा के हालात जल्द बदलेंगे। गंगोत्री से गंगासागर तक 21 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाएं चल रही हैं। सिर्फ वाराणसी में ही 600 करोड़ रुपये के एसटीपी बन रहे हैं। इनके तैयार होते ही गंगा में शहरों की गंदगी सीधे गिरना बंद हो जाएगी। जाहिर है गंगा की सफाई के लिए यह बड़ा कदम होगा।

Posted By: Inextlive