- जिले में रोजाना 25 क्विंटल है दाल की खपत

- चुनाव बाद चलेगा मुनाफाखोरों के खिलाफ डंडा

>BAREILLY: अरहर की दाल के दाम भले ही मुनाफाखोरों के यहां चढ़े हुए हों लेकिन प्रशासन की ओर से किए गए इंतजामों के कारण इसका बहुत अधिक असर पब्लिक पर नहीं दिख रहा है। यूं तो मुनाफाखोर प्रति किलो अरहर की दाल पर दस से बीस रुपए ज्यादा वसूल रहे हों लेकिन केंद्र पर उचित दर पर दाल मिलने से पब्लिक ने राहत की सांस ली है। पब्लिक को राशन कार्ड पर एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से शुरू किए केंद्र पर दाल उचित दर पर मिल रही है।

रिटेल मार्केट में लूट

दाल के बढ़ते भाव और मुनाफाखोरों पर लगाम लगाने के लिए अक्टूबर में एडमिनिस्ट्रेशन ने माधोबाड़ी, प्रेमनगर और नई बस्ती में तीन राहत केंद्र खोला। तीनों केंद्रों पर पब्लिक को मसूर, मूंग, उरद और अरहर की दाल कम रेट में मुहैया करायी जा रही है। इसके बीच आई नेक्स्ट ने जब रिटेल मार्केट में रियल्टी चेक किया तो वहां पर 130 से 140 रुपए प्रति केजी अरहर की दाल बिकती मिली, लेकिन राशन कार्ड और केंद्र के जरिए पब्लिक को सस्ती मिलने के कारण रिटेल मार्केट के भाव पब्लिक को ज्यादा परेशान नहीं कर रहे है।

दस क्विंटल की पहुंची खेप

राज्य कर्मचारी कल्याण निगम की कैंटीनों में कानपुर में मौजूद स्टाक से दस क्विंटल की पहली खेप शहर पहुंच चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि यह वह दाल जो जमाखोरों के यहां से जब्त हुई हैं। कुछ विदेश इम्पोर्ट की गई दालें भी हैं। जरूरत के मुताबिक और दालें मंगाई जाएंगी। जिसे की राशन कार्ड पर दिया जा सके। अरहर की दाल कैंटीन में 120 रुपए प्रति केजी दी जा रही है। मंडे को मुम्बई पोर्ट पर 4 लाख 56 हजार 420 क्विंटल दाल रिलीज हुई है। दालों के रिलीज होने से दाल के भाव में और गिरावट होने की बात कही जा रही है।

50 से अधिक मिल

शहर में दाल तैयार करने वाले मिलों की संख्या करीब 50 है। जोकि, माधोबाड़ी में है। इसके अलावा हाथरस, ललितपुर, कानपुर, इंदौर, महाराष्ट्र से भी दाल मंगाई जाती है। शहर में होलसेलर की संख्या करीब 20 है। होलसेल का सबसे बड़ा मार्केट श्यामगंज है। चुनाव से पहले एडमिनिस्ट्रेशन ने जमाखोरों और मुनाफाखोरों के खिलाफ भी चलाया था। छापेमारी में कई दुकानों पर दाल के प्राइस और वेट में गड़बड़ी पायी गयी थी। बीच में चुनाव पड़ जाने के कारण अभियान पर ब्रेक लग गया। लेकिन, अधिकारी अब भी अरहर के दाल को लेकर पूरी तरह से सतर्क है। अधिकारियों का कहना है कि चौथे चरण का चुनाव और मतगणना सम्पन्न हो जाने के बाद एक बार फिर बड़े स्तर पर चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।

बॉक्स

- दाल मिल - 50

- होलसेलर की संख्या - 20

- जिले में रोजाना 25 क्विंटल दाल की होती है खपत।

- शहर में रोजाना दो करोड़ रूपए है दाल का टर्नओवर

अरहर के साथ ही मसूर, मूंग के दाल के भाव में भी कमी आई है। एडमिस्ट्रिेशन के आदेश के बाद तीन राहत केंद्र अभी तक चल रहे है। 115 से 125 रुपए प्रति केजी अरहर की दाल बेची जा रही है।

सुरेश चंद्र जैन, महामंत्री, बरेली दाल मिलर्स एसोसिएशन

Posted By: Inextlive