-स्कूल से निकलते ही स्टूडेंट्स को टीसी देने के साथ ही उसकी स्कैन कॉपी करनी होगी अपलोड

-सीबीएसई ने टीसी को अपलोड करना किया मस्ट

-कहीं पढ़कर, कहीं की टीसी दे रहे थे शातिर, सीबीएसई से हो रही थी शिकायत

GORAKHPUR: स्कूल में पढ़ाई की, लेकिन पास आउट नहीं हो सके, तो दूसरे स्कूल से 'जुगाड़' की टीसी हासिल कर अगले स्कूल में एडमिशन ले लिया। वहीं, डेट ऑफ बर्थ में छेड़छाड़ की और अपनी उम्र ही कम कर ली। अब तक शातिरों का यह जुगाड़ उनके काम आता रहा है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने सभी स्कूलों को लेटर जारी कर टीसी ऑनलाइन कराने के निर्देश दिए हैं। इससे फेल होकर एक स्कूल से दूसरे स्कूल छलांग लगाने वाले शातिरों पर नकेल कसेगी, तो वहीं फर्जी एडमिशन पर भी लगाम लगेगी।

स्कूल की वेबसाइट पर करना है अपलोड

सीबीएसई ने सर्कुलर जारी करते हुए सभी स्कूल्स को साफ निर्देश दिए हैं कि उनके पास फंक्शनल ऑफिशियल वेबसाइट होनी ही चाहिए। इतना ही नहीं इस पर उन्हें अपनी नोटिस और दूसरी एक्टिविटी को भी अपडेट करना है। इसके साथ ही इसमें एक फील्ड और शामिल कर ली गई है, जहां उन्हें स्कूल छोड़कर जाने वाले स्टूडेंट्स के ट्रांसफर सर्टिफिकेट अपलोड करने होंगे। इससे स्कूल्स के पास यह रिकॉर्ड रहेगा कि उन्होंने किसे-किसे टीसी जारी की है, वहीं उनकी वेबसाइट एक्सेस कर बोर्ड भी आसानी से जेनविन स्टूडेंट्स और उनकी ओरिजनल डेट ऑफ बर्थ का पता लगा सकेगा।

डायरेक्ट एडमिशन पर भी नजर

सीबीएसई की एक और मंशा यह भी है कि ट्रांसफर सर्टिफिकेट अपलोड होने से उन्हें हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स की कुंडली भी मिल जाएगी। बड़ी तादाद में स्टूडेंट्स डायरेक्ट एडमिशन लेते हैं और सीबीएसई की ओर से तय किए गए सेंटर पर एग्जाम देते हैं। लेकिन इनमें कुछ ऐसे स्टूडेंट्स भी शामिल हो जाते हैं जो 8वीं पास कर जुगाड़ से 9वीं की फर्जी टीसी बनवा लेते हैं और 10वीं में डायरेक्ट एडमिशन ले लेते हैं। इससे उनका एक साल बच जाता है। ऐसा काम सबसे ज्यादा फेल होने वाले स्टूडेंट्स करते हैं, जिनका ईयर लॉस हाे जाता है।

हुई थ्ाी शिकायत

फेक टीसी के जरिए एडमिशन लेने की कई शिकायत सीबीएसई तक पहुंची थी। इसके बाद उन्होंने इसकी जांच कराई तो कई मामले सही मिले। इस पर सख्त एक्शन लेते हुए सीबीएसई ने सभी स्कूल्स को वेबसाइट बनाने के निर्देश दिए हैं, वहीं इस पर रेग्युलर टीसी भी अपलोड करने की सलाह दी है। इससे जेनविन स्टूडेंट्स ही आगे बढ़ सकेंगे। वहीं शातिरों पर नकेल कसी जा सकेगी।

वर्जन

सीबीएसई ने सभी स्कूल्स को टीसी अपनी वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। इस निर्देश का सेंट-परसेंट अनुपालन कराया जा रहा है।

- अजीत दीक्षित, को-ऑर्डिनेटर, सीबीएसई

Posted By: Inextlive