अगर आप भी ये सोचते हैं कि ग्रुप में पढ़ाई करने से आप अपना टाइम वेस्ट कर देंगे तो आपको अपनी सोच बदलने की जरूरत है. क्यों? जानिए...

बेटर परफॉर्मेंस के लिए कुछ स्टूडेंट्स जहां खुद को कमरे में कैद कर लेते हैं तो कुछ ग्रुप स्टडी को प्रिफर करते हैं. ग्रुप में पढऩा भी एक बेहतर तरीका है पर सिर्फ तब तक जब तक स्टूडेंट्स उसका मैक्सिमम यूटिलाइजेशन करें. एक्सपट्र्स और स्टूडेंट्स की मानें तो ग्रुप स्टडी के भी प्रॉस एंड कॉन्स होते हैं. आइए जानते हैं कि ग्रुप स्टडी के प्रॉस एंड कॉन्स क्या हैं और इनका मैक्सिम यूज किस तरह से किया जा सकता है.

Benefits of group study
No leniency

ग्रुप स्टडी के लिए स्टूडेंट्स एक डेफिनेट टाइमिंग डिसाइड करते हैं और उनके पास उस स्लॉट को टालने का मौका कम होता है. अगर किसी स्टूडेंट की अपने स्टडी शेड्यूल को टालने की आदत है तो उसके  लिए ग्रुप स्टडी बेहतर ऑप्शन है.
Get new perspectives
ग्रुप में पढऩे से एक ही टॉपिक पर कई व्यूज मिल सकते हैं. जैसे किसी एक टॉपिक से ही डिफरेंट क्वेश्चंस फ्रेम हो सकते हैं, एक प्रॉब्लम को सॉल्व करने के डिफरेंट सॉल्यूशंस मिल सकते हैं. ऐसे स्टूडेंट्स को थॉरो स्टडी का बेनिफिट भी मिलता है. स्टूडेंट्स पढऩे के नए तरीके भी सीखते हैं.
Learn faster
अगर स्टूडेंट किसी टॉपिक को लेकर कंफ्यूज्ड है तो या वह उसे स्किप कर जाता है या उसे समझने में टाइम वेस्ट कर देता है. अगर वह ग्रुप में पढ़ता है तो वह अपने फ्रेंड्स की हेल्प से उस टॉपिक को समझकर आगे प्रोसीड कर सकता है.

More syllabus in less time

ग्रुप स्टडी में स्टूडेंट्स के पास ये अपॉच्र्युनिटी रहती है कि वे कम टाइम में ज्यादा सिलेबस कवर कर सकें. जैसे अगर वे पहले से ये डिसाइड कर लें कि हर एक स्टूडेंट एक पर्टिकुलर चैप्टर की प्रॉब्लम्स सॉल्व करके आएगा तो सभी लोग मिलकर एक साथ कई चैप्टर्स की प्रिपरेश्न कर पाएंगे.

Fills the learning gaps

स्टूडेंट्स अपने सभी नोट्स इंडिविजुअली प्रिपेयर करते है. ऐसे में इस बात के चांसेज होते हैं कि उनमें कुछ मिस्टेक्स हों या वो इनकंप्लीट हों.
ग्रुप स्टडी में स्टूडेंट्स अपने नोट्स बाकियों से कंपेयर कर अपने स्टडी मटीरियल को इंप्रूव कर सकते हैं.

Before going for it

सीरियस स्टूडेंट्स का ग्रुप बनाएं. ग्रुप में सभी स्टूडेंट्स पढ़ाई में वीक ना हों. आपका ग्रुप बहुत बड़ा ना होकर स्ट्रॉन्ग होना चाहिए.उसमें एक या दो स्टूडेंट्स एकेडिमिकली स्ट्रॉन्ग हों. रोज-रोज ग्रुप स्टडी करने के बजाय उसे वीकली, बाई-वीकली या मंथली बेसिस पर ऑर्गनाइज करें. आप ग्रुप स्टडी के लिए अपना टाइम मैनेज कर पाएंगे या नहीं, यह पहले से डिसाइड कर लें.
Make the best use of it

ग्रुप स्टडी करने से पहले अपना टार्गेट डिसाइड करें कि आपको क्या कंप्लीट करना है. नोट्स, टेक्स्टबुक के की-कॉन्सेप्ट्स को साथ मिलकर रिव्यू करें और उन्हें डिस्कस करें. टेस्ट या एग्जाम्स के लिए पढ़ रहें हैं तो सबको एक्सपेक्टेड क्वेश्चंस डिस्कस करने चाहिए.  
Follow some basic rules

सब प्रिपेयर होकर टाइम से जाएं.दूसरों के आइडियाज की रिस्पेक्ट करें, ईगोइस्टिक अप्रोच के साथ ना जाएं. जो टॉपिक डिस्कस करना है उसके लिए क्वेश्चंस प्रिपेयर करके लाएं. अपने सैम्पल पेपर्स, स्टडी गाइड्स लेकर जाएं.
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Posted By: Surabhi Yadav