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दो लाख रुपये और एक प्लाट पर हुआ था हत्या का सौदा

मुकदमे की पैरवी ही निकली हत्या की वजह, शूटर्स 25-25 हजार के इनामी घोषित

ALLAHABAD: अधिवक्ता लाल बचन सोनी की हत्या की साजिश एक एक माह पहले ही रची गई थी। हत्या के लिए दो लाख रुपये और एक प्लाट पर शूटर्स से सौदा हुआ था। यह खुलासा नामजद मुख्य आरोपित सदाशिव यादव उर्फ बच्चा निवासी गद्दोपुर ने पुलिस और मीडिया के सामने किया है। परिजनों ने सदाशिव को मुख्य आरोपित बनाया था। स्थानीय पुलिस ने क्राइम ब्रांच की मदद से मुख्य आरोपित समेत अन्य चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी नितिन तिवारी ने घटना का खुलासा करते पुलिस लाइंस में हत्यारों को मीडिया के सामने पेश किया। पुलिस ने एक तमंचा एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया है।

करोड़ों की जमीन की कर रहे थे पैरवी

बता दें कि 25 जून को अधिवक्ता लाल बचन की शूटरों ने हाईवे के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी। मुख्य आरोपित सदाशिव यादव उर्फ बच्चा ने बताया कि उसने इलाके में करोड़ों रुपए के दो प्लाट लिए थे। उसने बैनामा भी करा लिया था। यह प्लाट उसने गुलाब चन्द्र केसरवानी से लिया था। अधिवक्ता लाल बचन सोनी विपक्षी से मिलकर इसे निरस्त कराने में लगे थे। कई बार वकील को पैरवी करने के लिए मना भी किया गया लेकिन वह नहीं माने। चकबंदी न्यायालय से लेकर हाईकोर्ट व जिला प्रशासन स्तर पर पैरवी कर बैनामा निरस्त करवा दिया। अधिवक्ता ने मेरे खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराने का आदेश भी करा दिया। करोड़ों रुपए की जमीन हाथ से जाती दिख रही थी तो हत्या की साजिश रची गई।

एक माह से चल रहा जश्न

एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि सदाशिव उर्फ बच्चा ने अधिवक्ता की हत्या कराने के लिए एक माह पूर्व ही साजिश रची थी। इसके बाद उसने राकेश पासी, राम नरेश यादव उर्फ नेता, हाशिम बाबा, हरिश्चन्द्र गुप्ता व दानिश उर्फ बारिश को इस घटना में शामिल किया। क्षेत्र स्थित एक प्लाट पर दावत का दौर चलने लगा। इसी दौरान बच्चा अपने सहयोगियों से अधिवक्ता लाल बचन की हत्या के बारे में भी चर्चा करता रहा। एक दिन हरिश्चन्द्र और दानिश ने अपने शूटर रवि कनौजिया और रजनीश पासी के बारे में बच्चा को बताया। बच्चा ने शूटरों से मुलाकात के बाद हत्या की योजना को अंजाम तक पहुंचाने की रणनीति बनाई। शूटरों से दो लाख में सौदा तय हुआ। एक लाख रुपये एडवांस में दिये गये। एक प्लाट देना भी सौदे में था।

कुछ देर के लिए बदला मूड

पुलिस ने बताया कि हत्या वाले दिन सदाशिव सुबह ही अधिवक्ता के घर के आस पास पहुंचकर रेकी करने लगा। शूटर सेफ प्लेस पर टारगेट के इंतजार में थे। लेट हुआ तो शूटरों को लगा कि अब लाल बचन नहीं आएगा। वे वहां से हटने वाले थे तभी सदाशिव ने फोन पर बताया कि टास्क घर से निकल रहा है। नेम तिवारी गांव के पास स्थित रेलवे पुल के पास शूटर रवि और रजनीश इंतजार करने लगे। अधिवक्ता को आता देख शूटर गोली मारने के लिए तैयार थे। हेलमेट पहने होने से शूटर्स ने अधिवक्ता के पीठ पर दो गोलियां मारी जिससे उनकी मौत हो गयी।

मुख्य आरोपित समेत पांच आरोपितों को पकड़ लिया गया है। उन्होंने हत्या की बात भी कबूल कर ली है। फरार शूटरों की तलाश की जा रही है। उन पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया है।

नितिन तिवारी

एसएसपी

Posted By: Inextlive