श्चड्डह्लठ्ठड्ड@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

र्रून्स्नस्नन्क्त्रक्कक्त्र/क्कन्ञ्जहृन्: बालिका गृह यौन ¨हसा मामले में रविवार की शाम साढ़े चार बजे सीबीआइ कैंप कार्यालय मधु से मिलने उसके अधिवक्ता प्रियरंजन अनु पहुंचे। वहां आधा घंटा तक वे रुके व उससे बातचीत की। मालूम हो कि पूछताछ के लिए मधु सीबीआइ रिमांड पर है। विशेष पॉक्सो कोर्ट ने तीन दिनों की रिमांड की अवधि में किसी एक दिन आधा घंटा के लिए उसके अधिवक्ता से मिलने की अनुमति दी थी।

सीबीआइ को कर रही सहयोग

मधु से मिलकर निकले उसके अधिवक्ता प्रियरंजन अनु ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर वे अपने मुवक्किल से मिलने आए थे। इसका मुख्य उद्देश्य यह जानना था कि पूछताछ के दौरान सीबीआइ उसे प्रताडि़त तो नहीं कर रही है। मधु ने किसी तरह की कोई शिकायत नहीं की। वह पूरी तरह सामान्य दिखी। उसने बताया कि पूछताछ में वह पूरा सहयोग कर रही है। जो सवाल पूछे जा रहे उसका जवाब दे रही है। बताया गया कि सीबीआइ अधिकारी भी उसके साथ सहयोगात्मक रवैया अपनाकर पूछताछ कर रहे हैं।

तीसरी बार रिमांड पर मधु

20 नवंबर को कचहरी परिसर में मधु सीबीआइ के समक्ष आई थी। इसके बाद एजेंसी ने उसे गिरफ्तार किया था। उसी रात फकुली ओपी क्षेत्र से अश्विनी कुमार को भी गिरफ्तार किया गया था। सीबीआइ ने 21 नवंबर को दोनों को विशेष पॉक्सो कोर्ट में पेश किया। तब सीबीआइ की प्रार्थना पर विशेष कोर्ट ने पहली बार दोनों को पूछताछ के लिए पांच दिनों के रिमांड पर देने की अनुमति दी। तीसरी बार सीबीआइ की रिमांड की अवधि सोमवार को पूरी हो रही है। दोनों को सीबीआइ विशेष पॉक्सो कोर्ट में पेश करेगी। सीबीआइ दोनों को चौथी बार रिमांड पर लेने या न्यायिक हिरासत में जेल भेजने की कोर्ट से प्रार्थना करेगी यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है।

Posted By: Inextlive