DEHRADUN : आपदा से उभरने के लिए सामना कर रहे प्रदेश में टूरिस्ट तक सेफ उत्तराखंड का मैसेज पहुंचाने की कोशिशें जारी हैं. एडवरटाइजमेंट के अलावा फेस्टिवल का सहारा लिया जा रहा है. पिछले महीने में मसूरी कॉर्निवाल का आयोजन संपन्न हुआ और अब स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल की तैयारी है. तीन दिनों तक विकासनगर के डाकपत्थर में चलने वाले स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल में रूरल व एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा मिलने का भरोसा जताया गया है लेकिन इसके लिए टूरिस्ट को 50 रुपए फीस अदा करनी होगी और फेस्टिवल के दौरान बोटिंग पर पाबंदी होगी.


होगा वॉचर्स का मिलनथर्सडे को स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल को लेकर डीएम डा। बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने फॉरेस्ट डिपार्टमेंट व जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की। फरवरी महीने में तीन दिनों तक आयोजित होने वाले इस स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल के लिए डीएम बताया कि 80 लोगों के लिए टिमली, 20 के लिए वन चेतना में कैनवास टेंट लगाए जाएंगे, लेकिन इसके लिए सैनिटेशन टॉयलेट की व्यवस्था की जानी चाहिए। डीएम ने जीएमवीएन व टूरिज्म डिपार्टमेंट को फेस्टिवल में संपूर्ण सहभागिता निभाने के लिए आगे आने के निर्देश दिए हैं, जिससे रूरल व एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा मिल सके। इस दौरान ईको प्रोजेक्ट मुख्य वन संरक्षक राजीव भारती ने बताया कि स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल में बर्ड वॉचिंग स्किल, बर्ड वॉचर्स का मिलन, बर्ड कंजरवेशन एग्जिबिशन, बड्र्स फोटोग्रॉफी व कॉलरिकॉर्डिंग वर्कशॉप का आयेाजन भी किया जाएगा। 53 बर्ड स्पीसीज का आश्रय है बैराज
1967 में स्थापित बर्ड वॉचिंग के लिए हमेशा फेमस रहा है। यहां 53 बर्ड स्पीसीज दिखाई देती हैं, जिसमें से 19 स्पीसीज यूरेसिया से विंटर माइग्रेट्स शामिल होती हैं। चार वर्ग किमी एरिया में फैले इस खास बर्ड वॉचर्स पैराडाइज को देखने के लिए दुनियाभर से तमाम टूरिस्ट यहां पहुंचते हैं। यहां साइबेरियन बड्र्स का डेरा अक्टूबर से लेकर मार्च आखिरी तक रहता है।

Posted By: Inextlive