ग्रीस संकट का असर भारतीय शेयर बाजारों में दिखने लगा है। बाजार में गिरावट का दौर दिखने लगा है। इसके चलते संसेक्स में 500 प्वाइंटस से ऊपर की गिरावट देखी गयी है।


ग्रीस संकट के बाद फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 564 अंकों की गिरावट के साथ 27229 के स्तर पर कारोबार कर रहा है जो कि 2.06 फीसद की गिरावट है। वहीं, एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 170 अंकों की कमजोरी के साथ 8210 के स्तर पर कारोबार कर रहा है जोकि 2.05 फीसद की गिरावट है। वहीं, मिडकैप शेयरों में 2.44 फीसद और स्मॉलकैप शेयरों में 2.67 फीसद की भारी गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है।


सेक्टोरियल आधार पर देखें तो सारे ही सेक्टर गिरावट के लाल निशान में नजर आ रहे हैं। बाजार को गिरावट को पीएसयू बैंक लीड कर रहे हैं और बैंकिंग सेक्टर 3.5 फीसद नीचे बना हुआ है। फाइनेंस, मीडिया, फार्मा, ऑटो और मेटल शेयरों में 2 से 2.5 फीसद तक की गिरावट दर्ज की जा रही है। इंफ्रा, आईटी और एफएमसीजी सेक्टर भी जोरदार गिरावट दिखा रहे हैं।

दिग्गज शेयरों में बीपीसीएल को छोड़कर बाकी सारे शेयर लाल निशान में नजर आ रहे हैं। बीपीसीएल 1.64 फीसद की तेजी दिखा पा रहा है। गिरने वाले दिग्गज शेयरों में बैंक ऑफ बड़ौदा 3.67 फीसद नीचे है और टाटा मोटर्स 3.45 फीसद कमजोर है। एसबीआई में 3.34 फीसद की गिरावट देखी जा रही है। पीएनबी में 3 फीसद की सुस्ती के साथ कारोबार हो रहा है। आईसीआईसीआई बैंक और हिंडाल्को 2.82 फीसद की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं।मिडकैप शेयरों में रेलिगेयर एंटरप्राइजेज, केपीआईटी टेक, सीसीएल इंटरनेशन, लक्ष्मी मशीन और जेके सीमेंट 4.99-0.11फीसद की तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं। वहीं दिग्ग्ज गिरने वाले शेयरों में श्रेई इंफ्रा, कॉक्स एंड किंग्स, एचएमटी, इंडियाबुल्स रियल और पीटीसी इंडिया फाइनेंशियल 6.49-5.85 फीसद की गिरावट दिखा रहे हैं।कर्जे के दवाब में ग्रीस भारी कर्जों के बोझ तले दबे देश ग्रीस के यूरो जोन में बने रहने की कोशिशें नाकाम नजर आ रही हैं। यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने कल ग्रीस में इमरजेंसी फंडिंग बढ़ाने के लिए इनकार कर दिया है। इमरजेंसी फंडिंग फिलहाल मौजूदा स्तरों पर ही रहेगी। इसके अलावा ग्रीस में बैंक ६ जुलाई तक बंद रहेंगे। फिलहाल ऑनलाइन बैंकिंग पर कोई पाबंदी नहीं लगाई है लेकिन फॉरेन ट्रांसफर पर रोक लगा दी गई है। गौरतलब है कि मंगलवार को ग्रीस की आईएमएफ को करीब 1.5 अरब यूरो चुकाने की डेडलाइन है। अब सारी नजर 5 जुलाई पर है जहां ग्रीस के प्रधानमंत्री जनमत संग्रह का ऐलान करेंगे।ग्लोबल बाजार पर असर

ग्रीस में संकट से वैश्विक बाजारों में गिरावट का माहौल देखने को मिल रहा है। जापान का बाजार निक्केई करीब 2 फीसद तक टूट गया है। वहीं डॉलर के मुकाबले यूरो एक महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है। भारतीय बाजारों में भी 2 फीसद की भारी गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपये की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 17 पैसे प्रति डॉलर की कमजोरी के साथ 63.81 पर खुला है। हालांकि शुक्रवार को रुपया 63.64 पर बंद हुआ था। विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रीस संकट के कारण डॉलर की मांग बढ़ी है, जिसका असर रुपया पर देखने को मिल रहा है।

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Posted By: Molly Seth