प्रयागराज कुंभ 2019 : छह साल बाद अस्तित्व में आते हैं 40 थाने, कुंभ खत्म होते ही गायब हो जाते हैं
कुंभ मेला समाप्त होने के बाद फाइलों में कैद हो जाते हैं थानों के नाम
कभी पलट कर इस पर रिहर्सल तक करना मुनासिब नहीं समझते अधिकारीprayagraj@inext.co.inPRAYAGRAJ: यहां छह साल बाद चालीस थाने अस्तित्व में आते हैं। अस्तित्व में आने के दौरान इन पर खूब चहल-पहल रहती है। फिर एक से डेढ़ माह ये थाने फिर छह साल के लिए फाइलों में कैद हो जाते हैं। आपको, ये बात अटपटी लग रही होगी पर ये पूरी तरह से सच है। हम बात कर रहे हैं कुंभ और अर्द्धकुंभ मेला में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर बनाए जाने वाले थानों की।
कुंभ का है विशेष महत्व
हिन्दू धर्मावलंबी कुंभ में संगम स्नान का विशेष फल मानते हैं। यह मान्यता सदियों से चली आ रही है। मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सरकार की तरफ से चौकस इंतजाम किए जाते हैं। इस बार कुंभ मेला को 3200 हेक्टेयर में बसाया गया है। इस एरिया में सुरक्षा के मद्देनजर 40 थाने बनाए गए हैं। इन थाना क्षेत्रों में 58 पुलिस चौकियां स्थापित की गई हैं। थानों का निर्माण पूरा होने के बाद इनमें फोर्स की तैनाती का काम शुरू हुआ। इंस्पेक्टर, दरोगा और कांस्टेबल व हेड कांस्टेबल को मिला कर कुल 20 हजार सुरक्षाकर्मी मेला एरिया में तैनात किए गए हैं।
17 अन्न क्षेत्र
16 आचार्य नगर19 राडवेज झूंसी20 जीटीझूंसी21 कल्पवासी22 कोतवाली झूंसी23 अखाड़ा24 गंगा प्रसार क्षेत्र25 छतनाग26 दक्षिणी झूंसी27 नागेश्वर महादेव28 नैनी ब्रिज29 कोतवाली अरैल30 सोमेश्वर महादेव31 संगम विग्राम32 वैदिक टेंट सिटी33 जल पुलिस34 जल पुलिस झूंसी35 जल पुलिस अरैल36 महिला थाना परेड37 महिला थाना झूंसी38 महिला थाना अरैल
39 परेड
40 नागवासुकी3200हेक्टेयर में बसाया गया है कुंभ मेला20सेक्टर में बांट कर की गई है सुरक्षा की व्यवस्था12अपर पुलिस अधीक्षक संभाल रहे कुंभ सुरक्षा की कमान50पुलिस उपाधीक्षकों की कुंभ में की गई है तैनाती40थानों की मानीटरिंग का जिम्मा है मेला में तैनात अधिकारियों पर58चौकियां बनाई गई हैं कुंभ मेला क्षेत्र में