स्वच्छता सर्वेक्षण 2019

स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता में प्रदेश में टॉप पर रही ताजनगरी

अब केन्द्र सरकार के सर्वेक्षण में भी अव्वल आने की तैयारी

आगरा। स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता में प्रदेश में टॉप पर आने के बाद अब नगर निगम अधिकारी व मेयर केन्द्र सरकार के स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में भी अव्वल आने की तैयारी में जुट गए हैं। नगर निगम के अधिकारी इस सर्वेक्षण को फाइनल की तरह मान रहे हैं, क्योंकि उनके अनुसार उन्होंने सेमीफाइनल में टॉप कर लिया है।

स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के मानकों में किया गया है बदलाव

स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के मानकों में बदलाव किया गया है। अब इसमें पूर्णाक पांच हजार का होगा। आपको बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में पूर्णाक चार हजार अंकों का था। शहरी विकास मंत्रालय द्वारा जो पूर्णाक जारी किया गया है। उसमें भौतिक सत्यापन, सिटीजन का फीडबैक, दस्तावेजों की जांच आदि को सम्मिलित किया जाएगा। इस बार के स्वच्छता सर्वेक्षण में खास बात ये रहेगी कि शहर को स्टार रेटिंग मिलेगी। उससे ही फंड का निर्धारण होगा। आपको बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में शहर को देश में 102वां स्थान मिला था। गत वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को प्रदेश में 9वां और देश में 263 वां स्थान मिला था। पिछले दो वर्षो में नगर निगम ने अपनी स्थिति में काफी सुधार किया है।

जनवरी में होगा स्वच्छता सर्वेक्षण 2019

इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में जीरो वेस्ट पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए अधिकारी तैयारी में जुट गए हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 जनवरी में होने जा रहा है। इस बार रेटिंग के हिसाब से फंड जारी किया जाएगा।

टीम करेगी भौतिक सत्यापन

जनवरी में स्वच्छता सर्वेक्षण में भौतिक सत्यापन करने के लिए दिल्ली से टीम आएगी। जो शहर में सफाई व्यवस्था को परखेगी। उसके हिसाब से ही अंक दिए जाएंगे और स्टार रेटिंग होगी।

स्वच्छता सर्वेक्षण से जुड़े कुछ तथ्य

- वर्ष 2016 में देश के 75 शहरों में स्वच्छता सर्वेक्षण किया गया था। इसमें आगरा को 45वां स्थान मिला था।

- वर्ष 2017 में देश के 410 शहरों में स्वच्छता सर्वेक्षण में आगरा को प्रदेश में 9वां और देश में 263वां स्थान मिला।

- वर्ष 2018 में देश के चार हजार शहरों में स्वच्छता सर्वेक्षण किया गया। इसमें आगरा देश में 102वें स्थान पर और प्रदेश में पांचवे स्थान पर रहा था।

- वर्ष 2019 का स्वच्छता सर्वेक्षण पांच हजार अंक का होगा। शहरी विकास मंत्रालय ने पूर्णाक पांच हजार का कर दिया है। इसमें फीडबैक, दस्तावेजों की जांच और भौतिक सत्यापन के 1250 अंक शामिल किए गए हैं।

ऐसे होंगे अंक निर्धारित

200 अंक कचरे के प्रबंधन की स्थिति

200 अंक स्वच्छता क्षेत्र में आधारभूत संरचना की उपलब्धि की स्थिति

200 अंक शौचालयों की स्थिति के

200 अंक वार्डो में हरियाली और सौन्दर्यीकरण

200 अंक सिटीजन पार्टिसिपेट

200 अंक सिटीजन फीडबैक

100 वार्डो में चार हजार से ज्यादा सफाई कर्मी है। इसमें कुछ संविदा पर हैं

60 से ज्यादा सुपरवाइजर मॉनीटरिंग करते हैं

शहर चार जोन में बांटा गया है।

पांच कंपनियां कार्य कर रही हैं।

Posted By: Inextlive