-धुआं, जाम, ट्रैफिक रूल्स को दुरुस्त करने की मुहिम

-लापरवाह अधिकारियों पर हो चुकी है बड़ी कार्यवाई

आगरा। पुलिस कप्तान अमित पाठक एक मिशन पर हैं, हर बार की तरह इस बार भी वह अपनी पहचान छुपाकर सुबह व्यवस्थाओं का जायजा लेना निकल पड़े। जहां उन्होंने कुछ लोगों को हिदायत दी, वहीं रूल्स तोड़ने वाले चालक, परिचालक को जेल भेज दिया। एसएसपी अमित पाठक अपनी बेहतर कार्यशैली को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने बिजलीघर पर अतिक्रमण और जाम को देख चौकी इंचार्ज, 17 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया था। कप्तान के ऐसे तीखे तेवर देख पुलिस महकमे में खलबली मच गई। ऐसे अधिकारी जो थाने में बैठक कर रौब गांठते थे वो भी निकल बाहर आ गए। इतना ही नहीं उन्होंने अपने क्षेत्र में फैली अव्यवस्थाओं को बेहतर कर लिया।

चार रोडवेजकर्मियों को भेजा जेल

मंगलवार सुबह 8 बजे का समय हुआ था। एसएसपी अमित पाठक अपनी साइकिल पर सवार होकर बिजलीघर चौराहे पर पहुंचे। वहां अवैध पार्किंग और अतिक्रमण को देख उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। इसी दौरान एक रोडवेज बस गलत दिशा से आ रही थी। एसएसपी ने रकाबगंज पुलिस को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। एससपी के निर्देश में चार रोडवेजकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। वहीं धुआं से प्रदूषण फैलाने वाले एक युवक को हिदायत देकर छोड़ दिया। इसी दौरान कुछ दूरी पर कु छ लोग टायर को जला रहे थे, इससे आस-पास का वातावरण दूषित हो रहा था, एसएसपी ने उन्हें भविष्य में ऐसा नहीं करने की हिदायत दी।

रॉन्ग साइड ड्राइव के आठ ऑटो सीज

एसएसपी के तेवर देख इलाके की पुलिस भी हरकत में आ गई। उन्होंने रॉन्ग साइड चल रहीं दो रोडवेज बस, आठ ऑटो को सीज कर दिया, इसके साथ ही एक रोडवेज बस का चालन कर दिया। जब आस-पास के वाहन चालकों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने अपना रास्ता बदल दिया, वह बिजलीघर से गुजरने की वजह, हाथीघाट से होकर निकले। वहीं अवैध पार्किंग चालक ने भी भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उससे पूछताछ कर छोड़ दिया। इस बीच चौराहे पर ठेल-ढकेल लगाने वाले किनारे हो गए।

मिशन पर हैं कप्तान

स्मार्ट सिटी के अंर्तगत बिजलीघर चौराहे को रोल मॉडल के तौर पर विकसित किया जाना है और इसके लिए प्रशासन ने एसएसपी की सहायता मांगी। एसएसपी तब से एक मिशन पर है। मिशन है कि बिजली घर को एक बेहतरीन विकसित चौराहे पर तब्दील करना है। साथ ही सिटी के हर चौराहे पर ट्रैफिक को कंट्रोल करना है।

आगरा को पहनवाया हेलमेट

ऐसा नहीं है कि ये कोई पहला मौका है जब शहर के कप्तान किसी मिशन पर है। कुछ महीने पहले अमित पाठक ने सभी सरकारी दफ्तरों में बिना हेलमेट एंट्री बंद कर दी थी। साथ ही सभी चौराहों पर लगातार चेकिंग अभियान चलाकर आगरा के लोगों को हेलमेट पहनना सिखा दिया। आज करीब 75 से 80 प्रतिशत लोग सड़क पर हेलमेट पहने मिलेंगे।

Posted By: Inextlive