-ललित कला संस्थान के छात्र-छात्राओं ने शुरू की तैयारी

-प्रयागराज में पेंटिंग्स के जरिए लोगों को कर रहे जागरूक

आगरा। प्रदेश सरकार की पहल पर नारी शक्ति को सशक्त बनाने का संदेश प्रयागराज से पूरे देश में दिया जाएगा। डॉ। भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय के ललित कला संस्थान के स्टूडेंट्स भी इसकी तैयारी में जुटे हैं, कुंभ में आने वाले भक्त उनकी कला का अवलोकन कर सकेंगे। ललित कला संस्थान के छात्र-छात्राएं सम्पूर्ण भारत को नारी शक्ति का संदेश देने जा रहे हैं।

प्रदर्शनी में आकर्षक रहेंगी पेंटिंग

डॉ.भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय व पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश शासन द्वारा संयुक्त रूप से कुंभ के आयोजन में (नारीत्व का तेजोवलय) प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण का केन्द्र बनेगी। कुलपति डॉ। अरविन्द कुमार दीक्षित ने बताया कि प्रदर्शनी में भारतीय नारी जीवन की वेदकाल से आधुनिक काल तक की अलग-अलग भूमिकाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। भारत के समस्त क्षेत्रों में नारी ने अपनी भूमिका से समाज और राष्ट्र को नई दिशा प्रदान की है। कुंभ में आयोजित यह प्रदर्शनी समाज में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाने में प्रेरणा, नए उत्साह से आगे बढने का संदेश देंगी।

स्टूडेंट्स ने तैयार की 165 दुर्लभ चित्र

संस्थान के छात्र-छात्राओं ने सौ से अधिक दुर्लभ पेंटिंग तैयार की हैं। जो कुंभ में आकर्षक का केन्द्र रहेंगी। नारी शक्ति कुंभ की संयोजक प्रो। विनीता सिंह का कहना है कि स्टूडेंट्स द्वारा नारी शक्ति की दुर्लभ आकृतियों को पेंटिंग पर उकेरा गया है, कुंभ में प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों भारतीय सांस्कृति के अलावा साथ ही नारी शक्ति के विषय में जानकारी मिल सकेगी। भारतीय चिंतन में नारी को शक्ति स्वरूप शक्ति तत्व माना गया है। संस्थान के छात्र-छात्राओं ने करीब 165 नारी शक्ति की पेंटिंग तैयार की हैं।

ऋग्वेद में उषासूक्त का स्वरूप

भारतीय नारी के तेजोमय स्वरूप का वर्णन ऋग्वेद के उषासूक्त में दिया गया है, पृथ्वी की सम्पूर्ण सम्पत्ति की स्वामिनी, जगत में चेतना, प्रकाश, ज्ञान भरने वाली उषा सुन्दरी रथारूढ़ा है। वह वीरमती, प्रेममयी, ज्ञानवती, वैभव सम्पन्न, तेजोमयी, यशस्वी, विदुषी, वीर, प्रसविनी माता है। इसी क्रम में सीता माता, अ‌र्द्धनारीश्वर, आदि शक्ति, महिषसुर मर्दिनी, द्रौपदी, सत्यभामा, विदुर पत्नी सुलभा, राधा, यशोदा, ब्रहम्वादिनी, सुखबाई, मीराबाई, लक्ष्मीबाई केलकर, मेनका गांधी, सावित्री बाई फु ले व मैरीकॉम आदि को नारी शक्ति का प्रतीक माना गया है।

वर्जन

भारतीय चिंतन का मूल नारी शक्ति कुंभ, एक वैचारिक मंथन की प्रदर्शनी नारीत्व का तेजोवलय का आधार है। कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को प्रदर्शनी में ऐसी पेंटिंग्स का अवलोकन करने को मिलेगा, साथ भारीतय नारी शक्ति को जानने का मौका मिलेगा।

प्रो। वीनीता सिंह, संयोजक नारी शक्ति कुंभ

वर्जन

डॉ.भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय व पर्यटन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से नारी शक्ति कुंभ में नारीत्व का तेजोवलय प्रदर्शनी प्रयागराज में मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेगी। संस्थान के छात्र-छात्राओं द्वारा कला का उत्कृष्ठ प्रदर्शन किया जाएगा।

डॉ। अरविन्द दीक्षित, कुलपति डॉ.बीआरएयु

Posted By: Inextlive