पठानकोट हमले के बाद दूसरी बार पकड़ा गया संदिग्ध

खुफिया एजेंसियां हुई एक्टिव, संदिग्ध से हुई पूछताछ

ALLAHABAD:

पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर हमले के बाद बमरौली एयरफोर्स स्टेशन में दो संदिग्धों के पकड़े जाने के बाद से खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। शनिवार को पकड़े गए संदिग्ध से तो पूछताछ हुई ही, सिक्योरिटी की भी समीक्षा की गई। हालांकि संदिग्ध का आतंकियों से कोई कनेक्शन अभी तक साबित नहीं हो सका है।

आठ महीने में तीसरी घटना

1. 7 सितंबर 2015 को पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले का जगन्नाथ घोष एयरफोर्स मेस से पकड़ा गया था। वह मेस में एक बेंच के नीचे छिपकर लेटा हुआ था। फ्लाइट लेफ्टिनेंट पीवी पालीवाल की निगाह पड़ी तो उसे दबोचा गया। एयरफोर्स पुलिस ने पूछताछ के बाद उसको धूमनगंज थाने की पुलिस को सौंप दिया। तब के इंस्पेक्टर धूमनगंज महेंद्र सिंह देव ने युवक को विक्षिप्त बताकर पूरे मामले की हवा ही निकाल दी।

2. 11 मार्च को एयरफोर्स के तकनीकी सेल के पास से अलोपीबाग के अंकित को पकड़ा गया था। वह प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंच गया था। एयरफोर्स पुलिस ने उसको पकड़ा था और कई घंटे पूछताछ की। इसके बाद धूमनगंज पुलिस को युवक को सौंप दिया गया। पुलिस ने इस युवक के साथ भी वही किया जो वह पहले भी कर चुकी थी। पुलिस ने अंकित को विक्षिप्त व चोर बता दिया।

3. लोहरदग्गा किस्को रिसिया (झारखंड) का नरेश नायक शनिवार को एयरफोर्स स्टेशन के संवेदनशील एरिया में पकड़ा गया। वह झारखंड से वाराणसी आया था। एयरफोर्स स्टेशन बमरौली के अंदर वह कैसे घुसा और उसका क्या इरादा था? यह पुलिस पता नहीं लगा सकी है। हमेशा की तरह धूमनगंज पुलिस इस बार भी अपने स्टैंड पर कायम है। नरेश को भी विक्षिप्त बताया जा रहा है।

Posted By: Inextlive